उत्तर प्रदेश के झांसी में पुलिस ने अवैध खनन (Illegal Mining) के आरोपी एक 25 वर्षीय शख्स को एक कथित एनकाउंटर में गोलियों से भून दिया। रविवार (6 अक्टूबर) को हुए इस केस को समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद चंद्रपाल सिंह यादव ने फर्जी एनकाउंटर (Fake Encounter) करार दिया। उन्होंने इसे मर्डर बताया और एफआईआर दर्ज कर सीबीआई जांच (CBO Probe) की मांग की है।
‘पिछले हफ्ते जब्त हुआ था ट्रक’: पुलिस ने दावा किया कि खनन आरोपी पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर में मारा गया है, इसी दौरान उसका भाई रविंद्र यादव और साथी नितिन भाग निकला। झांसी एसएसपी ओमप्रकाश सिंह ने कहा, ’29 सितंबर को मोठ पुलिस थाने के एसएचओ धर्मेंद्र सिंह चौहान ने अवैध खनन के मामले में पुष्पेंद्र यादव का एक ट्रक जब्त किया था। शनिवार (5 अक्टूबर) को जब वो दो दिनों की छुट्टी के बाद कानपुर से लौट रहे थे तो उन्हें पुष्पेंद्र का कॉल आया। उसने ट्रक जब्त किए जाने के संदर्भ में मिलने के लिए कहा। देर शाम करीब सवा 9 बजे चौहान उससे मिलने के लिए कानपुर-झांसी हाइवे पर बमरौली पहुंचे।’
SHO को बुलाकर मारी गोलीः उन्होंने बताया, ‘जैसे ही चौहान ने गाड़ी का शीशा उतारा, पुष्पेंद्र ने उन पर गोली चला दी। गोली उनके गाल को छू गई। इसके बाद उन्होंने हमलावर को पैदल दौड़कर पकड़ने की कोशिश की लेकिन वो भाग निकला। इसके बाद एक पुलिस टीम उनकी मदद के लिए पहुंची। घटनास्थल पर हमें हमलावर की बाइक मिली। हमलावर चौहान की कार लेकर भागे थे। पुष्पेंद्र के खिलाफ पुलिस पर हमला करने का मामला दर्ज किया गया। प्रथम दृष्ट्या यह हरकत बदले की भावना से की गई लगती है।’
इन धाराओं में दर्ज हुआ केसः पुलिस ने इस मामले में पुष्पेंद्र, रविंद्र और उनके साथी नितिन के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 307, 394, 397, 398 और 353 के तहत मामला दर्ज कर लिया था। देर रात करीब ढाई बजे गुरसराय रोड से चोरी की गई कार बरामद की गई। यह जगह गोली चलाने वाली जगह से 40 किमी दूर है। एसएसपी ने कहा, ‘करीब ढाई बजे जब चोरी की कार बैरिकेड्स की तरफ आती दिखी तो हमने उसे पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान उसने गोली चला दी। हमने भी पलटवार किया, जिसमें पुष्पेंद्र घायल हो गया, वहीं बाकी दो भाग निकले। उसकी इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई, जबकि बाकी दो की तलाश जारी है।’
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‘शनिवार तक उसके खिलाफ कोई FIR नहीं थी’: सपा सांसद ने पुलिस के बयान को खारिज कर दिया और कहा कि जो मारा गया वो अपराधी नहीं था। उन्होंने कहा, ‘पुष्पेंद्र का ट्रक जब्त कर लिया गया था और वह एसएचओ से उसे छोड़ने की बात कर रहा था, इसी दौरान बहस हुई और उसे मार दिया गया। मृतक अपराधी नहीं था और शनिवार तक उसके खिलाफ कोई एफआईआर भी दर्ज नहीं थी।’