Kerala Crime News: केरल के कोल्लम जिले में भारतीय सेना के एक जवान द्वारा दर्ज की गई शिकायत कि उन पर छह सदस्यीय गिरोह ने हमला किया और मार-पीट के बाद उसकी पीठ पर हरे रंग की पेंट से ‘पीएफआई’ लिख दिया था को पुलिस ने जांच के बाद “फर्जी” करार दिया है। इस पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए कोल्लम ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आर. प्रतापन नायर ने कहा कि सेना के जवान द्वारा दर्ज की गई शिकायत फर्जी थी।
देश भर का ध्यान आकर्षित करने के इरादे से धोखा देने वाली हरकत- कोल्लम पुलिस
नायर ने कहा कि पुलिस को संदेह है कि जवान ने देश भर का ध्यान आकर्षित करने के इरादे से इस हरकत की योजना बनाई थी। उन्होंने बताया, “पुलिस ने आरोपी जवान और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। सेना के जवान की शिकायत फर्जी है। ऐसा प्रतीत होता है कि उसने राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने और बेहतर नौकरी के अवसर हासिल करने के इरादे से इस धोखेबाजी से भरी हरकत को अंजाम दिया था। दोनों व्यक्तियों को आज ही अदालत में पेश किया गया।”
सेना के इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर में तैनात है जवान शाइन कुमार
मीडियारिपोर्ट के मुताबिक शाइन कुमार नाम का जवान भारतीय सेना के इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर (EME Core) में तैनात है। जवान ने अपनी शिकायत में कहा था कि रविवार रात कडक्कल में उनके घर के बगल में रबर के जंगल में छह हमलावरों के एक गिरोह ने धोखे से अलग ले जाकर उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने उसके हाथ टेप से बांध दिए और उसकी पीठ पर हरे रंग के पेंट से प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का छोटा नाम पीएफआई लिख दिया।
पुलिस पूछताछ के दौरान जवान के दोस्त जोशी का खुलासा- मशहूर होने के लिए सब किया
पुलिस पूछताछ के दौरान शाइन कुमार के दोस्त जोशी ने खुलासा किया कि आर्मी ऑफिसर मशहूर होना चाहता था और इसीलिए इस पूरी वारदात को अंजाम दिया गया। कथित तौर पर जो हुआ उसका विवरण देते हुए जोशी ने दावा किया कि शाइन ने उसे अपनी शर्ट फाड़ने के बाद अपनी पीठ पर “पीएफआई” लिखने का निर्देश दिया था। कथित तौर पर जोशी उस समय नशे में था। उसने गलत समझा और शुरू में “डीएफआई” लिख दिया था।
नशे की हालत में दोस्त ने माने जवान के सारे निर्देश, जमीन पर पटकने और पीटने से इनकार
जोशी ने कहा, “मैं नशे में था, इसलिए मैंने शुरू में डीएफआई लिखा, लेकिन कुमार ने कहा कि पीएफआई लिखो। इसलिए मैंने इसे पीएफआई बना दिया। फिर मुझसे उसने खुद को पीटने के लिए कहा, लेकिन मैंने कहा कि मैं ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि मैं नशे में था।” जवान के दोस्त ने दावा किया, “फिर उसने मुझसे उसे जमीन पर खींचकर लिटाने के लिए कहा, लेकिन मैं नशे की हालत में ऐसा नहीं कर सका। इसलिए उसने मुझसे उसके मुंह और हाथों पर टेप लगाने और फिर वहां से चले जाने को कहा। मैंने वैसा ही किया।” कोल्लम पुलिस ने जवान के दोस्त के घर से कथित तौर पर घटना में इस्तेमाल किया गया हरा पेंट, ब्रश और टेप भी बरामद किया है।
कई केंद्रीय जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में है प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पीएफआई
पीएफआई का पूरा नाम पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया है। यह एक प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी संगठन है। यह कुख्यात संगठन बीते कई महीने से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) सहित कई केंद्रीय जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में है। केरल समेत कई राज्यों में इससे जुड़े लोगों के ठिकाने पर आए दिन छापेमारी की जाती है।