महज 26 साल की उम्र में हसना ऐतबौलाहसन मौत का दूसरा नाम बन गई थी। साल 2015 में पेरिस पर हुए आतंकी हमले के बाद हसना पुलिस के निशाने पर थी। इस दौरान हमले की जांच करते-करते पुलिस की संयुक्त टीम northern suburb Saint-Denis के एक घर में पहुंची। इस घऱ में हसना पहले से मौजूद थी। जांच अधिकारियों ने उससे पूछा कि उसका बॉयफ्रेंड कहां है। दरअसल पुलिस Abdelhamid Abaaoud और हसना को पकड़ने के लिए यहां आई थी। इसपर हसना ने पुलिस को जवाब दिया कि Abdelhamid Abaaoud मेरा बॉयफ्रेंड नहीं है।
इसके बाद अचानक कुछ गोलियां चलीं और हसना ने खुद को बम से उड़ा लिया। बाद में यहां पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि इस रेड में तीन लोग मारे गए थे जिसमें Abdelhamid Abaaoud भी शामिल था। हसना का दावा था कि Abdelhamid Abaaoud उसका चचेरा भाई था। पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार भी किया।
धीरे-धीरे हसना के बारे में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी कई सारी बातों का खुलासा हुआ। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि हसना का जन्म 12, अगस्त 1989 को मोरक्को में हुआ था। आठ साल की उम्र में हसना के माता-पिता अलग हो गए और वो एक फोस्टर केयर में रहने लगी।
हसना की फोस्टर मदर ने मीडिया को बताया था कि बचपन में हसना सामान्य लड़कियों की तरह ही व्यवहार करती थी। लेकिन जैसे-जैसे वो बड़ी हुई उसके व्यवहार में बड़ा अंतर आया। वो सिर्फ वहीं काम करती थी जो वो करना चाहती थी। कभी-कभी वो अचानक सभी लोगों से बातचीत करना बंद कर देती थी। 15 साल की उम्र में अचानक उसने घर भी छोड़ दिया।
बताया जाता है कि हसना जल्दी ही गलत संगति में पड़ गई। Aitboulahcen के बारे में बताया जाता है कि हसना ने कई लोगों से कहा था कि Abdelhamid Abaaoud उसका भाई है, हालांकि यह काफी संदेहास्पद था। हसना की मौत के बाद एक शख्स ने खुद को उसका भाई होने का दावा करते हुए बताया था कि हसना को मुस्लिम औरतों की तरह कपड़े पहनना अच्छा लगता था लेकिन कभी वो कुरान नहीं पढ़ती थी।
Hasna Aitboulahcen की मां ने भी ‘AFP’ से बातचीत में कहा था कि ‘ऐसा लगता था जैसे उसका ब्रेनवॉश किया गया है। वो किसी की सलाह को सुनती भी नहीं थी। वो अपना ज्यादातर समय फेसबुक और व्हाट्सऐप के बीच गुजारती थी। एक बार उसनी अपनी एक तस्वीर फेसबुक पर डाल कर कहा था कि वो जल्दी ही सीरिया जाएगी।’
बताया जाता है कि परिजनों के साथ उसका रिश्ता सामान्य नहीं था। उसे पार्टियां काफी पसंद थीं। वह जमकर शराब पीती थी। उसके दोस्त उसे काऊगर्ल के नाम से भी जाना जाता था। अपने ब्यॉयफ्रेंड के साथ रहने के लिए उसने अपना घर छोड़ दिया था। हसना खुले तौर पर जीना पसंद करती थी, परंतु इस आत्मघाती हमले के लगभग एक महीना पहले ही उसने बुर्का पहनना शुरू कर दिया था। घटना से कुछ समय पहले उसने अपनी किसी महिला मित्र के लिए घर भी छोड़ दिया था।
कहा जाता है कि हसना खूंखार आतंकी संगठन ISIS के विचारों से प्रभावित थी और आतंक फैलाने के लिए हमेशा तैयार रहती थी। सेंट डेनिस अपार्टमेंट में पुलिस उस वक्त हसना को गिरफ्तार करने गई थी लेकिन उसने जोरदार धमाका कर खुद को उड़ा लिया था।
