पाकिस्तान के पाराचिनार इलाके से बुरी खबर समाने आ रही है। यहां बदमाशों ने स्कूल में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग की है, जिसमें सात शिक्षकों की मौत हो गई है। यह घटना दिनदहाड़े की है जब हमलावर स्कूल में घुस गए और स्टॉफ रूप में ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। अधिकारियों का कहना है कि बदमाश हथियारों से लैश थे। फिलहाल हमलावरों का पता नहीं लग पाया है। स्कूल में किसी छात्र के घायल होने की खबर नहीं है।

घटना पाकिस्तान-और अफगानिस्तान सीमा के पास की है। हमले के बाद से ही इलाके में दहशत का माहौल है। असल में पाक-अफगान सीमा पर इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। वहां अपराधियों के हौसले बुलंद है। स्कूल के छात्र भी इस घटना के शिकार हो सकते थे मगर वे बच गए क्योंकि बदमाशों ने स्टॉफ रूम को ही अपना निशाना बनाया।

सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर

घटना की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें देखा जा सकता है कि कितनी बेरहमी से शिक्षकों को गोली मारी गई है। शिक्षकों का खून से सना हुआ शव एक के ऊपर एक पत्तों की तरह बिखरा पड़ा है। हमले में घायल करीब 7 शिक्षकों की मौके पर ही मौत हो गई। कौन इन हमलावरों से पूछे की आखिर उनका कसूर क्या था? वे तो बच्चों को शिक्षित कर उनके भविष्य को सुनहरा बनाने की कोशिश कर रहे थे मगर अपराधियों को उन पर दया नहीं आई। वे तो भेड़-बकरियों की तरह उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग करते रहे।

सभी टीचर ड्यूटी पर तैनात थे

यह घटना पाकिस्तान के उस स्कूल में हुई जो अफगानिस्तान से सटा हुआ है। बदमाशों ने उस वक्त गोलियां चलाईं जब सभी शिक्षक स्टॉफ रूम में बैठे थे। बदमाशों ने जानबूझकर शिक्षकों को टारगेट किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मारे गए सभी सात शिक्षकों में से चार शिया समुदाय के हैं। जैसे ही गोली की आवाज सुनाई दी इलाके में दहशत फैल गई।

हालांकि अभी तक किसी आंतकी संगठन से इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने दोषियों को कटघरे में खड़ा करने की मांग की है। रिपोर्ट के अनुसार, जिन शिक्षकों पर हमला हुआ वे ड्यूटी पर थे।