पंजाब के मोहाली में पुलिस की इंटेलीजेंस यूनिट के हेड ऑफिस परिसर में सोमवार रात रॉकेट नुमा ग्रेनेड से विस्फोट किया गया था। धमाका करीब पौने 8 बजे सेक्टर 77 में हुआ। विस्फोट के कारण इमारत की एक मंजिल की खिड़की के शीशे टूट गए। इस मामले में कुछ संदिग्धों से पुलिस पूछताछ कर रही है। वहीं, प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है।
द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिला है कि मोहाली में पंजाब पुलिस के इंटेलीजेंस यूनिट के हेड ऑफिस पर हमला कथित तौर पर एक वांछित गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा द्वारा किया गया था। जिसके बारे में माना जाता है कि वह वर्तमान में पाकिस्तान में मौजूद है और भारत के खिलाफ आतंकी अभियानों में शामिल है।
इमारत पर रॉकेट चालित ग्रेनेड (आरपीजी) दागे जाने के एक दिन बाद मंगलवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य को हिरासत में लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “जिस किसी ने भी पंजाब में शांति को खतरे में डालने की हिम्मत की है, उसे बख्शा नहीं जाएगा।” पुलिस सूत्रों ने कहा कि पूछताछ के लिए अंबाला के एक संदिग्ध सहित 20 से अधिक लोगों को अब तक हिरासत में लिया गया है।
सूत्रों ने कहा कि उनमें से “कुछ संदिग्ध” हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने हमले के लिए “लॉजिस्टिक सहायता” प्रदान की थी। हमले में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए दस टीमों का गठन किया गया है। मोहाली पुलिस ने कहा कि हमले के लिए इस्तेमाल किया गया लांचर मिल गया है, हालांकि ज्यादा जानकारी साझा नहीं की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “यह निश्चित रूप से एक आतंकी हमला है।”
मोहाली में हुए हमले में सूत्रों ने कहा कि माना जा रहा है कि उसने (हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा) ने ही विस्फोटकों की एक खेप भेजी थी। संदेह यह भी है कि हाल ही में पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा फिरोजपुर के एक मैदान पर खेप को गिराया गया था। जिसे पिछले गुरुवार को पंजाब के चार निवासियों के पास से जब्त किया गया था, जो रिंडा के कथित सहयोगी हैं और तेलंगाना जा रहे थे।