महाराष्ट्र के नांदेड़ में गोरक्षक हत्या मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। अधिकारियों ने इस्लापुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी को निलंबित कर दिया है। निलंबित पुलिस स्टेशन प्रभारी के अधिकार क्षेत्र में यह घटना हुई थी।

दरअसल, 32 साल के शेखर रपेली की 19 जून को उस समय हत्या कर दी गई थी जब उन्होंने और दोस्तों के साथ मिलकर एक गाड़ी को रोकने की कोशिश की थी। उन्हें शक था कि गाड़ी में मवेशियों की तस्करी की जा रही है। जब उन्होंने गाड़ी रोकने की कोशिश की तो अंदर मौजूद लगभग 15 लोगों ने कथित तौर पर उन पर हमला कर दिया।

असल में शिवनी और चिखली गांवों के सात लोग एक कार में सवार होकर तेलंगाना से लौट रहे थे। रास्ते में उन्हें संदेह हुआ कि एक गाड़ी में मवेशियों की तस्करी की जा रही है। उन्होंने उस गाड़ी को रोकने की कोशिश की तभी उसमें से करीब 10-15 लोगों ने लाठियों और धारदार हथियारों से उनपर हमला बोल दिया।

इस हमले में शेखर रापेली की मौत हो गई थी जबकि चार अन्य लोग घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी मामले में इस्लापुर पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक रवि वाहुले को नांदेड़ क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक शशिकांत महावरकर ने बुधवार को निलंबित कर दिया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को इस बारे में बताया और कहा कि वाहुले ने क्षेत्र में अवैध पशु परिवहन पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने आगे कहा कि थाना प्रभारी के रूप में कार्यभार संभालने के बाद उन्हें इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसके बावजूद की इस क्षेत्र में पहले भी ऐसी घटनाएं हुई थीं। इसी कारण से एक्स पुलिस स्टेशन प्रभारी को भी निलंबित कर दिया गया था। इन सब के बावजूद वाहुले ने पिछले अधिकारी की गलती से कोई सबक नहीं लिया, इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया।

4 महीनों में दो पुलिस स्टेशन प्रभारी का निलंबन

बता दें कि पिछले चार महीनों में इस्लापुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी का यह दूसरा निलंबन है। फरवरी में एपीआई रघुनाथ शेवाले को निलंबित कर दिया गया था। नांदेड़ के पुलिस अधीक्षक श्रीकृष्ण कोकाटे ने कहा कि दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और अन्य चार की पहचान की गई है। पुलिस ने उस टेम्पो को भी जब्त कर लिया है जिसमें आरोपी सवार थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और दंगा करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आईजी महावरकर ने कहा कि उनकी जांच जारी है और जल्द ही सभी दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।