पिता मुख्तार अंसारी लोगों पर निशाना लगाने के लिए मशहूर हैं तो बेटा शूटिंग रेंज में निशाने को छलनी के लिए विख्यात। पिता मुख्तार अंसारी और बेटे अब्बास अंसारी की कहानी एक-दूसरे से बिल्कुल ही जुदा है। अब्बास अंसारी की पहचान अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खेलकर देश के लिए पुरस्कार जीतने वाले खिलाड़ी के तौर पर है। राजनीतिज्ञ मुख्तार अंसारी के 25 साल के बेटे अब्बास अंसारी 4 बार शूटिंग में राष्ट्रीय चैम्पियन रह चुके हैं। हालांकि अब्बास भी राजनीति से अछूते नहीं हैं।
अब्बास अंसारी ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के टिकट पर मऊ जिले के घोसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। राजनीति में आने को लेकर अब्बास अंसारी ने कहा था कि ‘मैं कभी राजनीति में आना नहीं चाहता था…यह सच है कि मैं लोगों की सेवा करना चाहता था लेकिन कभी खुद को चुनाव लड़ते हुए नहीं देखना चाहता था।’
मुख्तार अंसारी पर 40 अपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें मर्डर और किडनैपिंग जैसे संगीन मामले शामिल हैं। मुख्तार अंसारी साल 2005 में भारतीय जनता पार्टी के विधायक कृष्णनंदन राय की हुई हत्या के प्रमुख आरोपी हैं। कहा जाता है कि मुख्तार अंसारी ने इस हत्याकांड को जेल के अंदर से अंजाम दिलवाया था।
मुख्तार अंसारी कौमी एकता दल के संस्थापक भी हैं। बाद में इस दल का विलय बीएसपी के साथ हो गया। मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी काफी पढ़े-लिखे हैं और उनके खिलाफ इससे पहले कोई केस दर्ज नहीं था। बिजनेस मैनेजमेंट में डिग्री रखने वाले अब्बास फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने के लिए जाने जाते हैं। साल 2017 में अपने पिता के बारे में बातचीत करते हुए अब्बास ने कहा था कि ‘मेरे पिता मेरे सबसे अच्छे दोस्त हैं। मैं लकी हूं जो मुझे ऐसे परिजन मिले हैं। मैं आदर करता हूं और सभी का एक समान सम्मान करता हूं।’
शॉटगन से अब्बास ने काफी प्रसिद्धि हासिल की। काफी उम्र में ही उन्हें शूटिंग को लेकर काफी दिलचस्पी हो गई थी। अब्बास अंसारी ने सबसे पहले साल 2011 में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पहला निशाना लगाया था। जर्मनी और फिनलैंड में अद्भुत निशानेबाजी दिखाकर अब्बास अंसारी ने खुद को दुनिया के टॉप-10 शूटरों में शामिल कर लिया।
हालांकि उनके स्पोर्ट्स करियर को उस वक्त झटका लगा जब साल 2014 में वो एक सड़क हादसे का शिकार हो गए। सड़क दुर्घटना के बाद वो करीब 1 साल तक शूटिंग रेज से बाहर रहे। इसकी वजह से वो साल 2016 में रियो ओलंपिक्स से बाहर हो गए थे। (और…CRIME NEWS)

