मध्य प्रदेश के जिला शाजापुर से ऐसा चौंकाने वाला सामने आया है। जहां दबंगों ने एक दलित छात्रा को स्कूल जाने से केवल इसलिए रोक दिया, क्योंकि गांव की दूसरी लड़कियां उनके डर के मारे स्कूल नहीं जाती। ऐसे में छात्रा ने विरोध किया तो दबंगों ने अभद्रता की और परिजन से भिड़ बैठे। बात कहासुनी से बढ़कर लाठी-डंडे तक आ गई, हालांकि पुलिस अब मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

यह है पूरा मामला

मिली जानकारी के मुताबिक, घटना एमपी के शाजापुर जिले के बावलियाखेड़ी गांव से सामने आई है। इस गांव की एक छात्रा लक्ष्मी मेवाड़ को स्कूल जाने दबंगों ने रोक लिया, जिसके बाद दोनों पक्ष आपस में भिड़ बैठे। फिर दोनों तरफ से जमकर एक-दूसरे पर लाठी-डंडों की बरसात की गई। छात्रा लक्ष्मी ने बताया कि कि दबंगों ने कहा कि हमारे गांव में लड़कियां स्कूल नहीं जाती, तुम भी नहीं जाओगी।

लड़की के भाई से भिड़े दबंग

लक्ष्मी के बाद उसके भाई ने कहा कि कोई जाए या न जाए मेरी बहन पढ़ने स्कूल जाएगी। बस इसी बात को लेकर दबंग उसके भाई पर झपट पड़े। लक्ष्मी के मुताबिक, उसका रास्ता रोकने वालों के नाम धर्मेंद्र, कुंदन और माखन हैं। इन तीनों ने ही पहले उसका रास्ता रोककर विवाद को जन्म दिया था। इसके बाद दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चल गए।

स्थानीयों ने किया बीच बचाव

बावलियाखेड़ी गांव में देखते ही देखते छात्रा को स्कूल न जाने देने की बात बड़े विवाद में बदल गई। गांव में हुई इस लड़ाई में लड़की पक्ष के पांच लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। लड़की की तरफ से नारायण मेवाड़, अंतर बाई, लखन परिहार, कमल मेवाड़ और सचिन को चोट आई है।

एट्रोसिटी एक्ट में मामला हुआ दर्ज

एक गांव में लड़की को स्कूल न जाने की बात ने ऐसा माहौल बना दिया कि दोनों पक्ष एक-दूसरे की जान लेने पर उतारू दिखे। पुलिस के मुताबिक, इस घटना का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल है। वायरल वीडियो के आधार पर जांच जारी है। साथ ही कोतवाली थाना प्रभारी एके शेषा ने बताया पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।