मध्य प्रदेश के गुना में देर रात काले हिरण के शिकारियों ने कत्लेआम मचाकर सनसनी फैला दी। दरअसल, सूचना के आधार पर गुना के आरोन के इलाके में पुलिस की एक टीम शिकारियों को पकड़ने पहुंची थी। जिसके बाद हुई मुठभेड़ में शिकारियों ने एक एसआई समेत तीन पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी। जिन पुलिसकर्मियों की हत्या हुई है उसमें SI राजकुमार जाटव, हवलदार संतराम मीना और सिपाही नीरज भार्गव शामिल हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने तीनों पुलिसकर्मियों के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
जानकारी के अनुसार, गुना जिले के आरोन थाने के पुलिसकर्मियों को सूचना मिली कि कुछ शिकारी इलाके में काले हिरण के शिकार के लिए आए हैं। ऐसे में थाने से 6 लोग शिकारियों को पकड़ने के इरादे से तय जगह के लिए निकल गए। जहां पर पुलिस टीम और शिकारियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में शिकारियों ने एक एसआई और दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी।
गुना के पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि, गुना के आरोन थाना क्षेत्र के जंगल में शिकारियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया। शिकारियों ने 3 पुलिसकर्मियों आरोन थाने के एसआई, हेड कांस्टेबल व आरक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना में तीन सिपाही भी गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए घटना पर कहा कि मैं इसकी घोर निंदा करता हूं। पुलिस से अनुरोध करता हूं, इन अपराधियों की जांच कर इन्हें कठोर से कठोर सजा दिलवाएं। साथ ही कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि तीनों पुलिसकर्मी के परिवारों को मेरी ओर से संवेदना है।
गुना की घटना पर उन्होंने सरकार के सामने कुछ मांगे भी रखी जिनमें उन्होंने कहा कि इन तीनों पुलिसकर्मियों के परिवारों को पर्याप्त मुआवजा, उनके सेवानिवृत्त होने के समय तक पूरा वेतन उनके बच्चों के निःशुल्क शिक्षा व एक परिवारी जन को शासकीय अनुकंपा नियुक्ति तत्काल दें। हमारे गुना जिले के लिए शर्म की बात है।
गुना की घटना पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घटना बहुत दुखद है। कुछ बदमाशों की सूचना पुलिस को मिली थी। बदमाशों ने अपने आप को चारों तरफ से घिरा देखकर फायरिंग शुरू कर दी। इसमें हमारे एक SI, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शहीद हो गए। हालांकि, इस घटना के बाद प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।