Moosewala Case Accused Sachin Thapan nabbed in Azerbaijan: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के सिलसिले में पंजाब पुलिस का विदेश में एक्शन देखने को मिला है। इस कार्रवाई में पुलिस ने हत्याकांड के एक आरोपी सचिन थापन बिश्नोई को अजरबैजान में हिरासत में लिया है, जबकि एक अन्य मुख्य आरोपी अनमोल बिश्नोई की लोकेशन केन्या में होने की मालूम हुई है। बता दें कि, यह दोनों आरोपी 29 मई को मूसेवाला हत्याकांड से पहले ही फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भाग गए थे।
विदेश मंत्रालय और पंजाब पुलिस ने शुरू की प्रत्यर्पण की प्रक्रिया
इस कार्रवाई में पंजाब पुलिस और विदेश मंत्रालय सचिन थापन के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पर काम कर रही है। इस केस में सचिन थापन, अनमोल बिश्नोई के अलावा गोल्डी बराड़ और लिपिन नेहरा जैसे अन्य दो आरोपी और हैं जो विदेश में छिपे हैं। पुलिस अधिकारियों ने हिरासत की पुष्टि करते हुए कहा पंजाब पुलिस और विदेश मंत्रालय (MEA) सचिन के प्रत्यर्पण के लिए लगे हुए है, ताकि कोई कानूनी बाधा उत्पन्न न हो।
विदेश मंत्रालय ने पंजाब पुलिस से मांगी जानकारी
विदेश मंत्रालय द्वारा पंजाब पुलिस को भेजे गए पत्र में आरोपी के बारे में कई सारी जानकारियां मांगी गई हैं, जिसमें उसके आपराधिक इतिहास, गिरफ्तारी वारंट और जल्द प्रत्यर्पण के लिए मूसेवाला मामले में भूमिका के बारे में विवरण मांगा गया है। अधिकारियों ने कहा कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे मामले में मास्टरमाइंड के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
लॉरेंस के भाई अनमोल की लोकेशन केन्या मिली
अधिकारियों ने कहा कि एआईजी गुरमीत चौहान और डीएसपी बिक्रमजीत बराड़ के साथ एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व में काम कर रहे एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने अनमोल बिश्नोई की लोकेशन को भी ट्रेस किया है, जो कि केन्या बताई गई है। एजीटीएफ और मानसा पुलिस भी सचिन के प्रत्यर्पण के लिए जरूरी कागजात तैयार कर रही है। सचिन और अनमोल उन चार गैंगस्टरों में शामिल हैं, जो कथित तौर पर सनसनीखेज हत्या में शामिल थे और विदेश में छिपे थे।
फर्जी पासपोर्ट पर भाग गए थे विदेश
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई ने अपने भाई अनमोल और करीबी सहयोगी सचिन थापन को बचाने के लिए एक सुनियोजित साजिश के तहत उनके लिए फर्जी पासपोर्ट हासिल किया था। जो दिल्ली के रीजनल पासपोर्ट ऑफिस से जारी किए गए थे। अधिकारियों ने कहा कि लॉरेंस चाहता था कि दोनों विदेश में बैठकर इस मर्डर को अंजाम दें। अनमोल के खिलाफ 18 आपराधिक मामले लंबित हैं और वह आखिरी बार जोधपुर जेल में था, जहां से उसे 7 अक्टूबर, 2021 को जमानत पर रिहा किया गया था। जबकि खुद को लॉरेंस बिश्नोई का भांजा बताने वाला सचिन थापन बिश्नोई 12 आपराधिक मामलों में वांछित है।