त्रिपुरा में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया औऱ फिर उसे चलती कार से फेंक दिया। यह घटना बुधवार को तेपानिया इको पार्क में हुई। पुलिस ने शुक्रवार को 21 साल के आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। वह पूर्व गोकुलपुर का रहने वाला है औऱ घटना का मुख्य आरोपी है। वहीं दो अन्य आरोपी फरार हो गए। पुलिस का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि पीड़िता की आरोपी से जान-पहचान छह महीने पहले फेसबुक पर हुई थी। दोनों में बातचीत होने लगी। इसके बाद दोनों की दोस्ती हो गई। इसके बाद आरोपी ने एक दिन पीड़िता से मिलने की दबाव बनाया। उसने कहा कि वह उससे मिलना चाहता है। लड़की उससे मिलने में हिचकिचा रही थी। वह लगातार पीड़िता से मिलने की बात कहता। वह पीड़िता पर दबाव बनाने लगा। एक दिन पीड़िता उससे मिलने के किए राजी हो गई। आरोपी ने उससे कहा कि वह उससे मिलने तेपानिया पार्क में आ जाए। लड़की जब वहां पहुंची तो आरोपी ने उसकी कुछ तस्वीरें खींच ली। लड़की ने इसका विरोध किया। वह नहीं चाहती थी कि आऱोपी उसकी फोटो खींचे।
पीड़िता को चलती कार से फेंका
इसके बाद उसने लड़की को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। लड़की को समझ में आ गया कि उसके साथ धोखा हो रहा है। लड़की समझ गई कि उसे ब्लैकमेल कर कुछ गलत करने की प्लानिंग चल रही है। वह पार्क से भागने की कोशिश करने लगी मगर सफल नहीं हुई। इसके बाद आऱोपी ने 17 साल की लड़की को जगंल में ले जाकर दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं उसके दो साथी भी वहां पहुंच गए औऱ उन्होंने भी लड़की का रेप किया। इसके बाद आरोपियों ने राजरबाग इलाके में लड़की को चलती कार से फेंक दिया और फरार हो गए।
लड़की ने घर पहुंच कर सारी बात परिजनों को बताई। जिसके बाद गुरुवार को आरकेपुर महिला पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज हुई। लड़की के घरवालों ने पुलिस को बताया कि पीड़िता और मुख्य आरोपी पिछले छह महीने से फेसबुक फ्रेंड थे और उस आरोपी ने लड़की से अपनी पहचान छिपाई थी। पुलिस का कहना है कि फिलहाल दो फरार आरोपियों को तलाश की जा रही है।
वहीं त्रिपुरा महिला आयोग की अध्यक्ष बरनाली गोस्वामी ने घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा, “हम देख रहे हैं कि सोशल मीडिया के जरिए नाबालिग लड़कियों को फंसाया जा रहा है। हमें स्कूल और कॉलेज जाने वाली लड़कियों को सोशल मीडिया के जरिए होने वाली दोस्ती के बुरे प्रभावों के बारे में जागरुक करना होगा।”