यूपी के बस्ती से दर्दनाक खबर सामने आई हैं। यहां बीजेपी नेता पर आरोप है कि उसने दो दरिंदों के साथ मिलकर 13 साल की नाबालिग का गैंगरेप किया है। अमर उजाला में छपी रिपोर्ट्स के अनुसार, हैवानों ने तब तक नाबालिग का दुष्कर्म किया जब तक वह मर नहीं गई। इस घटना से पूरे गांव में आक्रोश है। फिलहाल एक आरोपी मोनू निषाद को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी की तलाश की जा रही है।
असल में आरोपियों ने नाबालिग को घर में खींचकर उसके साथ दरिंदगी की। वह उसके साथ हैवानियत कर रहे थे तभी वह बेहोश हो गई। इसके बाद भी दरिंदे नहीं रूके और नाबालिग का गैंगरेप करते रहे। उन्होंने तब तक लड़की को नहीं छोड़ा जब तक वह मर नहीं गई। इसके बाद दरिंदों ने पीड़िता को घर से बाहर 50 मीटर तक घसीटा और बाहर ले जाकर फेंक दिया। सीढी, फर्श और पूरे रास्ते में खून के छींटे फैले थे। घर में चारों तरफ खून के धब्बे थे। कहा जा रहा है कि लड़की की मौत अधिक खून बहन के कारण हुई। पुलिस ने जब घर की तलाशी ली तो उन्हें घर में खून से सने गद्दा और चादर मिला है।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी मोनू निषाद ने कहा है कि वह पीड़िता को 8 महीने से जानता था। उसने फोन करके उसे बुलाया था। वह उस पर यकीन करके आ गई थी। पीड़िता की मां ने बताया कि आरोपी मोनू ने ही गांव के एक शख्स को फोन कर बताया था कि पीड़िता अंजनि सिंह के मकान के पीछे मृत पड़ी है। इसके बाद गांव के लोगों ने आरोपियों की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपियों में कुंदन सिंह का नाम भी शामिल है। वह ब्लॉक का भाजपा किसान मोर्चा का मंडल उपाध्यक्ष है। उसके घर की पहली मंजिल पर पीड़िता के साथ हैवानियत की गई है। पुलिस को उसके घर से खून से सना गद्दा और चादर मिला है। कुंदन सिंह का परिवार गोरखपुर में रहता है इसलिए इसका घर अक्सर बंद रहता है। इसके घर की चाबी मोनू निषाद और राजन के पास रहती है। इन्हीं तीनों ने मिलकर योजना बनाई और नाबालिग का गैंगरेप किया।
सब्जी खरीदने गई थी नाबालिग
रिपोर्ट के अनुसार, लड़की घर से सब्जी खरीदने गई थी। इसी बीच मोनू ने उसे बहला-फुसलाकर बुलाया था। जब वह वहां पहुंची तो अन्य आरोपी उसे घर के अंदर खींच कर ले गए और बारी-बारी से उसका रेप किया। इसी दौरान लड़की की मौत हो गई।
मां का कहना है कि मैं हमेशा उसे बाजार भेजती थी। जब लड़की देर रात घर नहीं पहुंची को परिजनों को उसकी चिंता होने लगी। इसी बीच गांव के सुधीर नामक लड़के ने बताया कि उनकी बच्ची का शव अंजनी सिंह के मकान के पीछे पड़ा है। जब परिजन वहां पहुंचे तो मकान के दरवाजे और सीढ़ियों पर खून के धब्बे के निशान मिले। इसके अलावा रास्ते में भी खून के निशान मिले हैं।
आरोपी मोनू ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि इंटरकोर्स के समय लड़की को ब्लीडिंग होने लगी। इससे उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है।
इंडियन एक्सप्रेस से पीड़िता के पिता ने कहा- पुलिस बीजेपी नेता के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में पीड़िता के पिता ने कहा कि पुलिस एक आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है क्योंकि वह एक भाजपा नेता है। स्थानीय पुलिसकर्मी अक्सर उसके साथ देखे जाते हैं। पुलिस द्वारा उसे संरक्षण दिया जा रहा है। वह हमारे क्षेत्र के लिए भाजपा की किसान मोर्चा इकाई का मंडल उपाध्यक्ष है।
पिता ने आगे कहा “जब मेरी बेटी बाज़ार से लौट रही थी तो ये लोग उसे उठाकर एक ऐसे स्कूल में ले गए जो गर्मी की छुट्टियों के कारण खाली था। वहां उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया और वह मर गई। उसके बाद वे उसके शरीर को सुनसान जगह पर छोड़कर भाग गए।” उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। मुझे एफआईआर की एक कॉपी मिली है। वह मर गई क्योंकि उसके साथ बलात्कार किया गया था।”