MEA issues advisory on fake IT job offers: देश के युवाओं को विदेशों में अच्छी जॉब के नाम पर झांसा देने और फिर बंधक बनाकर गैरकानूनी काम कराने वाले रैकेट से बचाने के लिए विदेश मंत्रालय ने शनिवार को अपने आधिकारिक पेज पर एडवाइजरी जारी की है। यह कदम उस मामले को देखते हुए उठाया गया है, जिसमें म्यांमार में फंसे भारतीयों का एक वीडियो सामने आया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 300 भारतीयों को म्यांमार के म्यावाडी इलाके में बंधक बनाया गया है।

विदेश मंत्रालय ने शनिवार को अपने आधिकारिक पेज पर एडवाइजरी जारी की है जिसमें आईटी सेक्टर से जुड़े युवाओं को चेतावनी दी गई है कि वह फर्जी जॉब रैकेट से आने वाले ऑफर्स से खुद को दूर रखें। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कॉल सेंटर स्कैम और क्रिप्टो-करंसी फ्रॉड में शामिल संदिग्ध आईटी फर्म भारतीय युवाओं को थाईलैंड, सिंगापुर और म्यांमार में ‘डिजिटल सेल्स और मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव’ जैसे पदों के लिए लुभाने की कोशिश करती हैं और कर भी रही हैं। .

विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी में सलाह देते हुए कहा कि “इन फर्मों के निशाने पर आईटी स्किल्ड युवा हैं, जिन्हें सोशल मीडिया विज्ञापन के साथ-साथ दुबई और भारत में मौजूद एजेंटों के माध्यम से थाईलैंड में डेटा एंट्री ऑपरेटर जैसी नौकरियों के नाम पर ठगा जाता है।” मंत्रालय ने आगे कहा कि जब लोग इनके झांसे में आ जाते हैं तो फिर इन सभी को कथित तौर पर सीमा पार से अवैध रूप से म्यांमार ले जाया जाता है और विषम परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है।

विदेश मंत्रालय ने सलाह देते हुए भारतीयों को आगाह किया है कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या अन्य सोर्स के माध्यम से जारी किए जा रहे ऐसे फर्जी जॉब ऑफर्स के बहकावे में न आएं। यदि वह जाते भी हैं तो पहले ही सभी तरह से जांच-पड़ताल कर लें, ताकि वह इन जालसाजों के चंगुल में न फंसे। हाल ही में, तमिलनाडु के कुछ युवकों का वीडियो विदेश मंत्रालय के पास आया था, जिसमें पीड़ितों ने बताया था कि उन्हें म्यांमार के म्यावाडी इलाके में बंधक बनाया गया है।

वीडियो में बताया गया था कि बंधक बनाने वाले मलेशियाई-चीनी हैं, जो उन्हें साइबर क्राइम करने के लिए मजबूर करते हैं। दिन में 15 घंटे काम लेते हैं और इनकार करने पर बिजली के झटके देते हैं। वीडियो सामने आने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मामले में विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप की मांग की थी। मंत्रालय अब तक 30 भारतीयों को बचा चुका है।