Andhra Pradesh Police: आंध्र प्रदेश पुलिस के अपराध जांच विभाग (CID) ने मार्गदर्शी चिट फंड्स प्राइवेट लिमिटेड (MCFPL) के खिलाफ कई कथित अनियमितताओं और वैध ग्राहकों के धन हड़पने के लिए फर्जी ग्राहकों का उपयोग करने के आरोप में तीन प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
बिना जानकारी दिए चिट फंड से फर्जी ग्राहक बनकर रकम निकाल रहा था मार्गदर्शी
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) सीआईडी एन. संजय ने आरोप लगाया कि मार्गदर्शी बिना कुछ लोगों को जानकारी दिए चिट सदस्यता चला रहा था और पैसे हड़पने के लिए आम नागरिकों (फर्जी ग्राहक) के नाम पर पैसे निकाल रहा था। मंगलागिरि में रविवार को आंध्र प्रदेश पुलिस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए संजय ने कहा, ‘‘बड़ी संख्या में लोग चिटफंड के पैसों के भुगतान नहीं हो पाने और जमाकर्ताओं के उत्पीड़न की शिकायतें लेकर पहुंच रहे थे जिसके कारण यह प्राथमिकी दर्ज करने की आवश्यकता पड़ी।’’
अंकापल्ली, चिराला और राजमहेंद्रवरम में IPC की इन धाराओं के तहत प्राथमिकी
पंजीकरण एवं स्टांप विभाग ने राज्य भर में पिछले तीन दिनों में की 37 मार्गदर्शी शाखाओं पर छापे मारे जिसके बाद अंकापल्ली, चिराला और राजमहेंद्रवरम में प्राथमिकी दर्ज की गई। भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 409, 420, 468, 471, 477-A, 120बी, 467 को 34 के साथ पढ़ते हुए और आंध्र प्रदेश वित्तीय प्रतिष्ठान जमाकर्ताओं का संरक्षण अधिनियम की धारा पांच के तहत मामले दर्ज किए गए।
सीआईडी के व्हाट्सएप अकाउंट पर अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं सब्सक्राइबर
पंजीकरण एवं स्टांप विभाग के आयुक्त एवं महानिरीक्षक वी. रामकृष्ण ने आरोप लगाया कि मार्गदर्शी इस तरह की नीलामी में अपने कर्मचारियों जैसे कि एजेंट और शाखा प्रबंधकों को शामिल करता था। विभाग द्वारा मार्गदर्शी शाखाओं से एकत्र किए गए दस्तावेजों के आधार पर रामकृष्ण ने आरोप लगाया कि नीलामी प्रक्रिया में धांधली की जा रही थी। एडीजीपी संजय ने कहा कि सीआईडी ने एक व्हाट्सएप अकाउंट खोला है जिस पर सब्सक्राइबर अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं।