बिहार पुलिस से आंखमिचौली खेल रहे MLA अनंत सिंह को खोजने में अब 8 थानों की पुलिस लगी है लेकिन अब तक उन्हें पकड़ा नहीं जा सका है। कह सकते हैं कि शायद पुलिस के लिए विधायक को ढूंढना नामुमकिन तो नहीं लेकिन मुश्किल जरुर है। जानकारी के मुताबिक बाढ़, मोकामा, पंडारक, एनटीपीसी, फतुहा, बेलछी, भदौर और सकसोहरा थाने की पुलिस विधायक की तलाश में लगी हुई है।
अब 8 थानों की पुलिस भले ही विधायक को ढूंढ पाने में अब तक नाकाम रह रही है लेकिन खुद विधायक अपना वीडियो जारी कर जरुर पुलिस-प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं। इस वीडियो में कुर्सी की हनक में बौखलाए विधायक अनंत सिंह अपने खिलाफ जांच करने वाली एएसपी पर ही आरोप लगा रहे हैं।
इतना ही नहीं बेखौफ अनंत सिहं खुद यह बता रहे हैं कि वो अपनी मर्जी से कब सरेंडर करेंगे। कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीब रहे विधायक अनंत सिंह ने जो वीडियो जारी किया है उसमें वो यह भी कह रहे हैं कि सीएम ने उन्हें मिलने का समय तक नहीं दिया। (वीडियो नीचे देखें)
छिपे फिर रहे अनंत सिंह की मुश्किलें अभी कम नहीं होंगी। विधायक पर अब आतंकी घोषित होने का खतरा भी मंडराने लगा है। दरअसल पुलिस ने जब उनके बाढ़ स्थित आवास पर छापा मारा था तब वहां से AK-47, 2 हैंड ग्रेनेड और 27 कारतूस मिले थे।
अब अनंत सिंह की कथित तौर पर एक तस्वीर वायरल हुई है। बताया जा रहा है कि इस तस्वीर में जो युवक विधायक के साथ नजर आ रहा है उसका नाम परवेज चांद है।
परवेज चांद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआईए का एजेंट बताया जा रहा है। अनंत के साथ दिख रहा परवेज चांद जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से एके-47 की चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
मुंगेर के परवेज के तार आइएसआइ से जुड़े मिले हैं। घर से खतरनाक हथियार मिलने के बाद अनंत सिंह पर Unlawful Activities (Prevention) Act के तहत केस दर्ज किया गया है।
बता दें कि यूएपीए एक्ट में हाल ही में कुछ बदलाव किये गये हैं। इसके तहत केंद्र सरकार को किसी व्यक्ति को आतंकी घोषित करने और उसकी प्रॉपर्टी सीज़ करने के अधिकार दिए गए हैं।
यह पहला मौका है जब साल 2005 में मोकामा से चुनाव जीतने वाले अनंत सिंह के आतंकी कनेक्शन को लेकर बातें कही जा रही हैं। हालांकि उनके खिलाफ 3 दर्जन आपराधिक मामले पहले से ही जरुर दर्ज हैं।
छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह कभी बिहार की सत्तानशीं पार्टी जेडीयू के कद्दावर नेता माने जाते थे। लेकिन बाद में जेडीयू से उनका नाता टूट गया और वो विधानसभा चुनाव में निर्दलीय जीते।
कहा यह भी जाता है कि अनंत सिंह ने जीतन राम मांझी को उस वक्त धमकी दी थी जब मांझी राज्य के मुख्यमंत्री थे। इतना ही नहीं अनंत सिंह पर नीतीश सरकार में मंत्री रहीं परवीन अमानुल्लाह को भी धमकी देने के आरोप लगे थे। (और…CRIME NEWS)
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