टेलीविजन पर आज कई तरह के क्राइम शो आते हैं। दरअसल इस शो का मकसद होता है आम लोगों को समाज में होने वाले अपराध और इन्हें अंजाम देने वाले अपराधियों के प्रति चौकन्ना करना। लेकिन क्या कोई इंसान क्राइम शो देख कर पुलिस को 11 साल तक धोखा भी दे सकता है? 8 मर्डर और 100 से ज्यादा लूटपाट की संगीन वारदात को अंजाम देने वाला एक गैंगस्टर टीवी पर आने वाला क्राइम शो हर रोज देखता था और इसी शो के जरिए पुलिस से बचने के ट्रिक निकलता रहता था।

गैंगस्टर शरद पांडे के सिर पर पुलिस ने 2 लाख रुपए का इनाम भी रखा था। पुलिस उसे किसी भी कीमत पर पकड़ना चाहती थी। बीते 21 जुलाई, 2019 को पुलिस ने इस गैंगस्टर को पकड़ा तो उसने कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। शरद पांडे जब साल 2008 में जेल से बाहर आया तब उसके बाद से फिर वो दोबारा पकड़ा नहीं जा सका था। उसके गैंग ने 100 से ज्यादा लग्जरी गाड़ियां लूटी। काले कारोबार के जरिए पांडे ने अकूत संपत्ति भी बना ली। शरद पांड ने अपने गैंग में 20 लोगों को शामिल किया था।

गैंग के लोग ड्राइवर को गन पॉइंट पर किडनैप करते थे और फिर उसे हाइवे पर फेंककर गाड़ी लेकर फरार हो जाते थे। लूटी गई इन गाड़ियों को नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में खपाया जाता था। पुलिस ने अरुणाचल प्रदेश में भेजी गईं 17 लूटी कारों की पहचान कर ली है। दिल्ली और लखनऊ में पांडे ने आलीशान बंगले बनवाए हैं। पांडे लगातार हरियाणा, दिल्ली, यूपी और पंजाब के टॉप गैंगस्टरों के संपर्क में भी था।

क्राइम ब्रांच ने शरद पांडे को लखनऊ से ही गिरफ्तार किया है। पुलिस का भी मानना है कि पांडे एक इंटेलिजेंट क्रिमिनल था। वो क्राइम शो टीवी पर हर रोज देखता और पुलिस से बचने के ट्रिक सोचता रहता था। इसी वजह से उसे पकड़ना मुश्किल था। करीब 6 महीने तक लगातार क्राइम ब्रांच की टीम ने पांडे और उसके घरवालों पर कड़ी निगरानी रखी तब जाकर उसे पकड़ना मुमकिन हो सका। बहरहाल अब कानून पांडे के जुर्मों का हिसाब-किताब कर रहा है। (और…CRIME NEWS)