दिल्ली पुलिस ने पैर में गोली मारकर अपने प्रतिद्वंद्वी को झूठे मामले में फंसाने के आरोप में एक व्यक्ति, उसके भाई और एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि उन्होंने वसीम, उसके भाई फहीम (32) और उनके सहयोगी साहिल (23) के कब्जे से एक देसी पिस्तौल भी बरामद की है। पुलिस के मुताबिक, गुरुवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के ज्योति नगर पुलिस स्टेशन में कर्दमपुरी इलाके में गोलीबारी की सूचना मिली थी। बाद में पीड़ित को उसका भाई जीटीबी अस्पताल ले गया।
IPC की इन धाराओं में केस दर्ज
पुलिस के अनुसार, उत्तर पूर्व दिल्ली के ज्योति नगर पुलिस थाने को बृहस्पतिवार को कर्दमपुरी इलाके में गोलीबारी की घटना की सूचना मिली थी। घटना में घायल व्यक्ति को उसके भाई ने जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस उपायुक्त (उत्तर पूर्व) जॉय टिर्की ने कहा, ‘‘पुलिस टीम अस्पताल पहुंची और मामले की जांच शुरू की, लेकिन पीड़ित ने बयान नहीं दिया। इसके बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 307/34 और शस्त्र अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों में मामला दर्ज कर लिया गया।’’ मामले की जांच के दौरान टीम ने भूरा नाम के व्यक्ति को पकड़ लिया जिसने पूछताछ में बताया कि वह कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा है।
झूठे मामले में फंसाकर लेना चाहते थे बदला
उपायुक्त ने कहा, ‘‘बाद में जब हमने पीड़ित के भाई फहीम से पूछताछ की तो पता चला कि वे भूरा को झूठे मामले में फंसाकर उससे बदला लेना चाहते थे। जिसके लिए साहिल नाम के एक दोस्त के साथ मिलकर साजिश रची और एक ऐसी जगह तलाश की जो सीसीटीवी कैमरे की नजर से बाहर थी।’’ पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार रात करीब नौ बजे तीनों ने कथित तौर पर भूरा को रोका और साहिल ने उसे पीछे से पकड़ लिया।
फहीम ने देसी पिस्तौल अपने भाई वसीम को दी, जिसने बाएं पैर में खुद को गोली मार ली। इसी दौरान हाथापाई कर भूरा ने खुद को साहिल के चंगुल छुड़ा लिया और वहां से भाग गया। अधिकारी ने कहा कि बाद में वे घायल वसीम को जीबीटी अस्पताल ले गए और रास्ते में उन्होंने पुलिस नियंत्रण कक्ष को इसकी सूचना दी। टिर्की ने कहा कि आरोपी फहीम के कब्जे से देसी पिस्तौल बमराद कर ली गई है।
उत्तर प्रदेश में सामने आया था ऐसा ही मामला
ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के औरैया से सामने आया था, जहां कोतवाली के गांव जरुहोलिया में बीते दिनों एक युवक को गोली मारी गई थीं। गंभीर हालत में युवक को हैलट में भर्ती कराया गया है। घटना में जमीनी विवाद की बात आई थी और विरोधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की तो शक हुआ। गोली लगने के घाव पर ब्लैकनिंग पाई गई, जिस पर फॉरेंसिक हेड से जांच कराई गई तो मामला खुल गया। पीड़ित ने विरोधियों को फंसाने के लिए खुद को दो गोली मरवाई थी। पुलिस ने साजिशकर्ता दो लोगों को जेल भेज दिया है।