मुंबई पुलिस की सूझबूझ से एक 28 साल के शख्स की जान बच गई। दरअसल, वह इंटरनेट पर ‘आत्महत्या करने का सबसे अच्छा तरीका’ खोज रहा था। इंटरपोल के अलर्ट करने के बाद मुंबई पुलिस ने उसका पता लगा लिया और उसे सुसाइड करने से रोक लिया। मामले की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी। अधिकारी ने बताया कि राजस्थान के रहने वाले शख्स को मंगलवार को उपनगरीय मालवणी से बचाया गया। अधिकारी ने आगे कहा कि शख्स इंटरनेट पर सुसाइड करने का तरीका खोज रहा था। इंटरपोल ने उसका मोबाइल नंबर पुलिस को दिया। जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल नंबर के जरिए उसकी लोकेशन का पता लगाया और उसकी जान बचा ली।

जानकारी के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन को आमतौर पर इंटरपोल के नाम से जाना जाता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो दुनिया भर में पुलिस की मदद करता है। जिससे अपराध पर नियंत्रण करने में मदद करता है। पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि मंगलवार दोपहर इंटरपोल ने शख्स के बारे में जानकारी दी। जिसके आधार पर मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की यूनिट-11 ने बचाव अभियान चलाया।

मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है शख्स

अधिकारी ने बताया कि पीड़ित मलाड पश्चिम के मालवणी में रहता है। वह मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है। इसके पहले वह अपने रिश्तेदारों के साथ मीरा रोड इलाके में रहता था। जांच करने पर पुलिस ने पाया कि वह टेंशन में। वह दो साल पहले एक आपराधिक मामले में अपनी मां की गिरफ्तारी के बाद मुंबई जेल से उनकी रिहाई नहीं करा पा रहा था

अधिकारी ने जानकारी दी कि वह पिछले छह महीने से बेरोजगार है। वह अपनी मां को जेल से नहीं छुड़ा पाने की वजह से डिप्रेशन में था। जैसे ही उसके मन में जिंदगी खत्म करने का ख्याल आया उसने आत्महत्या करने के तरीके खोजने शुरू कर दिए। उसने कई बार गूगल पर ‘सुसाइड बेस्ट वे’ सर्च किया। जिस पर इंटरपोल अधिकारियों का ध्यान गया। इसके बाद उन्होंने उसके मोबाइल नंबर के साथ मुंबई पुलिस को इसके बारे में एक ईमेल भेजा।

उस जानकारी के आधार पर क्राइम ब्रांच को पता चला कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाला मालवणी में था। इसके बाद पुलिस वहां पहुंची और पीड़ित को हिरासत में लेकर उसकी काउंसलिंग की। इसके बाद वह अपने रिश्तेदारों के पास चला गया और इस तरह उसकी जान बच गई।