Jodhpur Murder: राजस्थान के जोधपुर से चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां 70 वर्षीय एक शख्स ने अपने बिजनस पार्टनर के दो बच्चों को कथित तौर पर अगवा करके उनकी हत्या कर दी। फिर उनके शवों को उनके पिता के “विश्वासघात” का बदला लेने के लिए चूड़ी कारखाने में लटका दिया। पुलिस ने घटना के संबंध में जानकारी दी।

घटना बोरानाडा में हुई और बच्चों के शव उनके परिवार द्वारा लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के दो दिन बाद रविवार को मिले। पुलिस ने कहा कि उन्हें एक नोट भी मिला है जिसमें आरोपी ने कथित तौर पर उनके पिता के विश्वासघात और आत्महत्या करने के इरादे से बच्चों की हत्या करने की बात स्वीकार की है।

साथ मिलकर चूड़ी का कारखाना किया था शुरू

जानकारी अनुसार राजस्थान के फलौदी के 70 वर्षीय श्याम सिंह भाटी ने उत्तर प्रदेश के चूड़ी कारीगर प्रदीप देवसाई के साथ पार्टनरशिप में नौ महीने से अधिक समय पहले चूड़ी का कारखाना शुरू किया था। हालांकि, बाद में कुछ व्यक्तिगत कारणों से पार्टनरशिप टूट गई।

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डीसीपी (पश्चिम) राजर्षि राज वर्मा ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि वे लगभग 20 सालों से एक-दूसरे को जानते थे। शुरुआती जांच के अनुसार, भाटी ने चूड़ी कारखाने में पैसा लगाया था। कुछ मतभेदों के कारण, देवसाई ने पार्टनरशिप खत्म कर दी, जिसके परिणामस्वरूप भाटी को पैसों का नुकसान हुआ।

बिजनस पार्टनर को सबक सिखाना चाहता था आरोपी

वित्तिय नुकसान के बाद भाटी को देवसाई के परिवार के खिलाफ नाराजगी हुई और वो उसे सबक सिखाना चाहता था। इस बीच एक मौके का फायदा उठाते हुए, भाटी ने देवसाई के दो बच्चों की हत्या कर दी। डीसीपी ने पीटीआई को बताया, “भाटी के कारखाने के पास उनके (भाटी के) किराए के घर में बच्चों के शव मिले।”

पुलिस के अनुसार, तमन्ना उर्फ ​​तन्नू (12) और शिवपाल (8) शुक्रवार को अपने स्कूल के लिए घर से निकले थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। उनके परिवार ने उनकी तलाश की और आखिरकार शनिवार को बोरानाडा पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई। दोनों बच्चे पास के एक स्कूल में पढ़ते थे।

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पुलिस ने कहा कि भाटी ने बच्चों को घर छोड़ने के बहाने स्कूल से उठाया, लेकिन उन्हें चूड़ी कारखाने के पास अपने घर ले गया, जो बोरानाडा में जैन मंदिर के आसपास स्थित है। उसने वहां उनकी हत्या कर दी और उनके शवों को लटका दिया।

डीसीपी ने कहा कि घटना के बाद भाटी फरार है और उसे गिरफ्तार करने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। अपराध स्थल पर मिले नोट के संबंध में वर्मा ने कहा कि भाटी ने लिखा था कि उसके साथी ने उसे “धोखा” दिया है, यही वजह है कि वो भी अपनी जान लेना चाहता था।