पकौड़े पर ऐसी तकरार हुई कि खून-खराबा तक मच गया। पकौड़े के लिए मर्डर की यह कहानी दिल्ली की है। यहां 24 साल के एक शख्स अफरोज ने पकौड़े के लिए अपनी सास को मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के मुताबिक पिछले साल अफरोज की शादी शाइस्ता नाम की लड़की से हुई थी। अफरोज अपनी पत्नी के साथ केशवपुरम के करीब दिल्ली के रामपुरा में रहता था। शादी के कुछ महीने बाद शाइस्ता की मां फौजिदा अपनी बेटी के घर पहुंची। फौजिदा अपनी बेटी और दामाद के साथ उनके घर में ही रहने लगी। अफरोज को अपनी सास का घर में रहना बिल्कुल पसंद नहीं था और पति-पत्नी में इस बात को लेकर अक्सर झगड़ा भी होने लगा।
एक दिन शाइस्ता ने घर मे सभी के लिए पकौड़ा बनाया। उस वक्त अफरोज घर में नहीं था लिहाजा उसने पकौड़ों को ढंक कर रख दिया। अफरोज के घर पहुंचने के बाद शाइस्ता ने उसे खाने के लिए पकौड़े दिए। लेकिन पकौड़े ठंडे हो जाने को लेकर अफरोज और शाइस्ता में बहस शुरू हो गई। दोनों को बीच बात काफी बढ़ गई और शाइस्ता की मां ने इस झगड़े में बीच बचाव करने की कोशिश की। इस बात से नाराज अफरोज ने घर में रखे चाकू से अपनी सास पर हमला बोल दिया। अफरोज ने चाकू से अपनी सास को एक के बाद एक कई जख्म दिये। इतना ही नहीं अफरोज ने अपनी पत्नी को भी चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया और मौके से फरार हो गया।
हमले में बुरी तरह जख्मी फौजिदा की मौत हो गई। इस मामले में अफरोज के खिलाफ हत्या का केस दर्ज होने के बाद डीसीपी नॉर्थवेस्ट ने पूरे मामले की तहकीकात शुरू कर दी। पुलिस को चकमा देने के लिए अफरोज कभी दिल्ली, कभी यूपी तो कभी मुंबई में छिप कर रहने लगा। लेकिन एक दिन पुलिस को अफरोज के यूपी के गाजीपुर में होने की खबर मिली। अफरोज यहां मजदूर बनकर काम करता था।
पुलिस की टीम अफरोज को पकड़ने के लिए गाजीपुर पहुंची। लेकिन पुलिस को देखते ही अफरोज धान के खेतों में भागने लगा और जोर-जोर से चिल्लाने लगा। गलतफहमी में पड़ कर गांव के लोग पुलिस का पीछा करने लगे। लेकिन करीब 10 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद आखिरकार पुलिस ने अफरोज को धर दबोचा। पुलिस ने गांव वालों को अफरोज की सच्चाई बतलाई की उसपर पकौड़े के लिए अपनी सास का मर्डर करने का आरोप है।

