आर्मी मेजर अमित द्विवेदी की पत्नी शैलजा द्विवेदी की हत्या को लेकर हो रही जांच में नया खुलासा हुआ है। जांच में यह पता चला है कि हत्या के आरोपी मेजर निखिल राय हांडा ने फेक फेसबुक प्रोफाइल के जरिए शैलजा से दोस्ती की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक महिलाओं से दोस्ती करने के लिए हांडा ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर फेक प्रोफाइल बनाई थी। इसी प्रोफाइल के जरिए साल 2015 में हांडा की मुलाकात शैलजा से हुई थी। पुलिस का कहना है कि साल 2015 में हांडा श्रीनगर में पोस्टेड था।
हांडा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और इस मामले में पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया है कि हत्या के आरोपी मेजर के पास से दो फोन बरामद हुए थे। एक फोन से हांडा अपना असली फेसबुक प्रोफाइल चलाता था, जिसमें उसने खुद को आर्मी ऑफिसर बताया था, तो वहीं दूसरे फोन में उसने फेक आईडी के जरिए फेसबुक लॉगइन किया हुआ था। इसमें उसने खुद को दिल्ली का बिजनेसमैन बताया था।
सूत्रों की मानें तो पुलिस का कहना है कि फेक प्रोफाइल के जरिए हांडा अन्य महिलाओं से भी बातचीत करता था। पुलिस ने हांडा के सारे कॉल रिकॉर्ड्स भी स्कैन कर लिए हैं, जिसमें यह सामने आया है कि शैलजा के अलावा हांडा दिल्ली में रहने वाली तीन अन्य महिलाओं से भी बात करता था। यह जानकारी सामने आने के बाद पुलिस अब उन तीन महिलाओं से उनके बयान रिकॉर्ड करने के लिए संपर्क कर रही है।
पुलिस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हांडा ने साल 2015 में शैलजा से बातचीत शुरू की थी और छह महीने बाद उसने अपनी असली पहचान बताई थी। उसके बाद दोनों ने मिलने का फैसला किया था। सूत्रों के मुताबिक, ‘उसके बाद हांडा का ट्रांसफर मेरठ हो गया, जबकि उसका परिवार साकेत में रहता था, लेकिन हांडा ने नागालैंड के दीमापुर में ट्रांसफर लेने की अपील की, जहां अक्सर ही वह शैलजा से मिलता था। उसके बाद शैलजा ने हांडा का परिचय अपने पति अमित से कराया, दोनों ने उसे हाउस पार्टी में आमंत्रित भी किया।’
कुछ समय बाद हांडा शैलजा की जिंदगी में काफी दखलअंदाजी करने लगा, जिसके बाद शैलजा ने उसके खिलाफ शिकायत करने की धमकी दी और दूर रहने को कहा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है, ‘पूछताछ करने वाले अधिकारियों को हांडा ने बताया कि दो हफ्ते पहले शैलजा ने कहा था कि वह कोर्ट मार्शल नियुक्त करेगी, जिसके बाद हांडा ने शैलजा को आर्मी बेस अस्पताल में, जहां उसका बेटा भर्ती था, वहां मीटिंग के लिए बुलाया।’
पुलिस ने जानकारी दी कि इस मीटिंग में हुई चर्चा विवाद बन गई और हांडा ने कथित तौर पर शैलजा का गला रेत दिया। पुलिस ने दावा किया कि हांडा ने पूछताछ के दौरान बताया कि शैलजा ने कार से बाहर भागने की कोशिश की, जिसके बाद उसने तीन बार शैलजा के ऊपर कार चढ़ा दी। हांडा का मकसद था कि शैलजा की मौत एक सड़क हादसे की तरह दिखे। एक अधिकारी ने बताया, ‘उसके बाद हांडा ने अपनी साली को अस्पताल से साकेत छोड़ा। उसके बाद हांडा तीन बार घटनास्थल पहुंचा, लेकिन पुलिस को देखकर वापस लौट गया। अस्पताल में शैलजा के पति मेजर अमित ने उसे देख लिया। अमित ने हांडा को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह भाग गया। अमित ने बाद में हांडा को कॉल करके पूछा कि वह अस्पताल में क्यों आया था, तब उसने जवाब दिया कि वह अपने बेटे के इलाज के सिलसिले में आया था।’ पुलिस ने जानकारी दी कि हांडा से बात होने के बाद अमित ने पुलिस से संपर्क किया। जिसके बाद पुलिस हांडा का पता जानने के लिए उसके घर पहुंची, लेकिन तब तक वह मेरठ जा चुका था और उसने अपना फोन भी स्विच ऑफ कर लिया था।