उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में एक नेपाली महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी और उसे हादसे का रूप देने के लिए बाइक से शव को 25 किलोमीटर दूर ले जाकर सड़क किनारे फेंक दिया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने घटना की जानकारी दी है। नेहा और उसके कथित प्रेमी जितेंद्र, दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली है और पुलिस हिरासत में हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक नेहा ने कथित तौर पर अपने पति नागेश्वर रौनियार को किसी अज्ञात जगह पर बुलाया, उसे तब तक शराब पिलाई जब तक वह बेहोश नहीं हो गया। फिर, जितेंद्र की मदद से, उसने उसका गला घोंट दिया और उस पर हथियार से भी हमला किया। फिर महिला और उसके प्रेमी ने शव को मोटरसाइकिल पर 25 किलोमीटर दूर ले जाकर छोड़ दिया।

शव को पकड़े बाइक पर पीछे बैठी थी महिला

पुलिस के अनुसार, दोनों ने अपराध छिपाने की कोशिश की। उन्होंने शव को मोटरसाइकिल पर ले जाकर दुर्घटना का नाटक करने की बात कबूल की। जितेंद्र नेहा के बच्चे को आगे बिठाकर गाड़ी चला रहा था, जबकि नेहा अपने पति के शव को पकड़े पीछे बैठी थी। शव के पैर जमीन पर घसीटा रहे थे, जिससे चोट के निशान आ गए थे। रिपोर्ट के अनुसार नागेश्वर के बेहोश होने के बाद नेहा उसकी छाती पर चढ़कर बैठ गई, फिर जितेंद्र ने उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद उन्होंने शव को नहलाया, कपड़े बदले और उसे फेंक आए।

आपको परेशान नहीं करना… नोएडा में CA की पत्नी ने 13वीं मंजिल से 12 साल बेटे संग क्यों लगाई छलांग, गिरते ही दोनों की मौत, चिट्ठी में बताई वजह

शव को फेंकने के बाद, दोनों ने मुंबई भागने की प्लानिंग बनाई, लेकिन मोबाइल लोकेशन डेटा और मृतक के पिता से मिली जानकारी के आधार पर परतावल के पास पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। दरअसल, शनिवार सुबह नागेश्वर का शव मिलने के बाद इलाके में दहशत फैल गई। उसके पिता केशव राज ने बताया कि उनका बेटा शुक्रवार दोपहर बाइक से घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा।

एनडीपीएस अधिनियम के तहत जा चुका था जेल

अगली सुबह परिवार को उसकी मौत की खबर मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बहू का जितेंद्र के साथ संबंध था और दोनों ने मिलकर नागेश्वर की हत्या कर दी और शव को दुर्घटना का रूप देने के लिए फेंक दिया। पुलिस ने खुलासा किया कि नागेश्वर पहले भी मादक पदार्थों से संबंधित अपराधों के लिए एनडीपीएस अधिनियम के तहत जेल जा चुका है।

इस दौरान, जितेंद्र के नेहा के साथ संबंध बन गए। नागेश्वर की रिहाई के बाद, उसने उनके संबंध का विरोध किया, लेकिन तब तक नेहा और जितेंद्र एक-दूसरे के साथ गहरे रिश्ते में आ चुके थे, और नेहा ने अपने पति को छोड़ने का फैसला कर लिया था। पुलिस द्वारा सुलह कराने की कोशिशें नाकाम रहीं और नेहा घर छोड़कर चली गई।

मंदिर में गुपचुप शादी, अबॉर्शन और फिर मौत; मेडिकल छात्रा की मौत मामले में डॉक्टर प्रेमी गिरफ्तार, हत्या के लग रहे आरोप

नेहा ने अपने बयान में शादी से अपनी निराशा और अपने पति द्वारा कथित उत्पीड़न का जिक्र किया। उसने पुलिस को बताया कि वह अब नागेश्वर के साथ नहीं रहना चाहती, और तलाक की प्रक्रिया चल रही थी, फिर भी वह उसे जाने नहीं दे रहा था। वह उसे बार-बार अलग-अलग नंबरों से कॉल करके परेशान करता था और अक्सर जितेंद्र से उलझता रहता था, जिससे रोजाना झगड़ा होता था।

तंग आकर नेहा और जितेंद्र ने हत्या की योजना बनाई। इंस्पेक्टर अखिलेश वर्मा ने इंडिया टुडे को बताया, “पिता की शिकायत के आधार पर, हमने मामला दर्ज किया और आरोपियों से पूछताछ की। उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया। मृतक और जितेंद्र एक ही गांव के थे और साथ काम करते थे। नागेश्वर के एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल जाने के बाद, जितेंद्र ने नेहा के साथ नजदीकियां बढ़ा लीं। जब नागेश्वर बाहर आया, तो वह उनके रिश्ते में रोड़ा बन गया, इसलिए दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। नेहा और नागेश्वर की छह साल पहले शादी हुई थी।”