मध्य प्रदेश की रीवा पुलिस ने नाबालिग लड़की से रेप के आरोप में महंत सीताराम दास उर्फ समर्थ त्रिपाठी को बुधवार को गिरफ्तार किया है। दरअसल, ​​​​महंत सीताराम दास की रेप मामले में गिरफ्तारी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा अधिकारियों की खिंचाई करने के बाद हुई है। इस मामले में पीड़िता ने 28 मार्च को शिकायत की थी, जिस पर अधिकारी ढुलमुल रवैया अपना रहे थे।

बता दें कि, आरोपी महंत सीताराम दास को नाबालिग से रेप के मामले में गिरफ्तार किया गया है, वह पूर्व भाजपा सांसद और राम जन्मभूमि ट्रस्ट के पूर्व सदस्य रामविलास वेदांती का भतीजा है। आरोपी महंत, रीवा में एक मॉल के उद्घाटन के 10 दिवसीय कथा वाचन के कार्यक्रम के लिए आया था। रामविलास वेदांती भी इस कथा वचन कार्यक्रम को संबोधित करने वाले थे, जिसे अब रद्द कर दिया गया है।

आरोपी महंत की गिरफ्तारी, रीवा के आधिकारिक दौरे पर गए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान के तुरंत बाद हुई है। एक रोजगार कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान उन्होंने कहा कि “आखिर बुलडोजर किस लिए है? इसका इस्तेमाल करें और ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें जो हमारी बेटियों को बुरी नजर से देखते हैं। भाजपा शासन में किसी गुंडे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बुलडोजर का इस्तेमाल कर उन्हें तबाह कर दिया जाएगा।”

इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि मैं ऐसे लोगों को मध्य प्रदेश में चैन से नहीं रहने दूंगा। पुलिस ने बताया कि आरोपी महंत को रीवा के पास सिंगरौली जिले में एक नाई की दुकान से उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह कथित तौर पर हुलिया बदलकर भागने की फिराक में था। मामले में अतिरिक्त एसपी शिव कुमार वर्मा ने कहा कि पीड़िता ने बीते 28 मार्च की रात रीवा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।

पुलिस को पीड़िता ने बताया कि उसने कॉलेज की फीस के लिए मदद के लिए महंत के एक सहयोगी विनोद पांडे (एक हिस्ट्रीशीटर) से संपर्क किया था। जिसके बाद विनोद पांडेय के आदमी उसे एक सर्किट हाउस ले गए थे, जहां वह उसका इंतजार कर रहा था। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि थोड़ी ही देर में महंत एक अन्य सहयोगी धीरेंद्र के साथ वहां आया और फिर तीनों ने शराब पीना शुरू कर दिया। साथ ही उसे भी शराब पीने के लिए मजबूर किया गया।

अतिरिक्त एसपी शिव कुमार वर्मा ने कहा कि इस घटनाक्रम के कुछ मिनट बाद, धीरेंद्र और विनोद पांडे पीड़िता को कमरे में आरोपी के साथ अकेला छोड़कर चले गए। इसी दौरान आरोपी महंत सीताराम दास ने उसके साथ जबरदस्ती की, जिसका पीड़िता ने विरोध किया और मदद के लिए चिल्लाई भी थी। पुलिस ने कहा इस घटनाक्रम के बाद परिजन उसे थाने लेकर आये थे। पुलिस ने बताया कि पीड़िता उस दिन बोलने की स्थिति में नहीं थी, इसलिए उन्हें अगले दिन बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया था।

हालांकि, इसी बीच आरोपी की कई लोगों के साथ तस्वीरें सामने आई जिनमें रीवा के एसपी नवीन भसीन भी शामिल थे। तस्वीर के बारे में पूछे जाने पर, भसीन ने कहा कि “महंत सीताराम दास, वेदांती महाराज के छोटे भाई का पोता है, जो रीवा में एक निर्धारित कथा वाचन की तैयारी के काम की देखरेख के लिए आया था, जिसमें वेदांती महाराज को भी भाग लेना था। इसी क्रम में वह मुझसे भी मिलने आया था और एक फोटो खिंचवाने की बात कही, मैंने लोक सेवक के नाते उसे मना नहीं किया।