मुंबई अंडरवर्ल्ड में माफिया तो थे ही लेकिन कुछ माफिया क्वीन भी हुई, जिनका खौफ सिर चढ़कर बोलता था। जेनाबाई दारुवाली, अर्चना शर्मा, सपना दीदी जैसे नामों की लंबी फेहरिस्त थी, जिनमें करीमा आपा का नाम भी शामिल था। कबाड़ीवाले की बीवी के लिए लोगों के अंदर खौफ से पैदा की गई इज्जत इतनी थी की जब वह मुंबई की झुग्गी बस्तियों के बीच से गुजरती तो लोग सलाम ठोंकने के रोड के दोनों तरफ खड़े रहते थे।
मुंबई की लेडी डॉन कही जाने वाली करीमा आपा का पति कबाड़ीवाला था। करीमा का असली नाम करीमा मुजीब शेख था लेकिन लोग उसे करीमा आपा, आपा और मम्मी के नाम से बुलाते थे। इसके पीछे का कारण उसका काम था। करीमा का काम था कि मुंबई की गली-सड़कों से लावारिस बच्चों को सहारा देना और फिर उन्हें जरायम की दुनिया में टॉप क्लास का शार्प शूटर या गुंडा बनाकर पूरे इलाके में धाक जमाना होता था। वह सैकड़ों बच्चों के लिए मम्मी थी।
करीमा का पति भले ही कबाड़ीवाला था लेकिन वह कुछ ही सालों में करोड़पति बन चुकी थी। दरअसल, वह अपने बच्चों (शार्प शूटर या गुंडे) के दम पर स्लम एरिया में रातों रात अवैध झोपड़ी बना कर बेच दिया करती थी। सिर्फ यहीं नहीं उस पर हथियारों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप भी लगा। पति से थोड़ी खटपट हुई तो उसने एक गिरोह के जरिए गैरकानूनी कामों को अंजाम दिया। फिर करीमा ने मुंबई जैसे शहर में सैकड़ों अवैध झोपड़ियां बनाई और उन्हें बेच दिया।
साल 2005 में उसके खिलाफ अनाधिकृत झोपड़ी को बनाने, उसे बेचने और गिराने का केस दर्ज हुआ था। इसके अलावा, उसे पंतनगर पुलिस ने एक बार तड़ीपार भी घोषित किया था; लेकिन गुपचुप तरीके से वह मुंबई में ही छिपी रही। जब लगा कि अब इस धंधे में रिस्क है तो उसने चोर बाजार शुरू कर दिया। करीमा आपा पर साल 2014 में एक महिला की हत्या का भी आरोप लगा, जिसे झुग्गी विवाद के चलते मार डाला गया था।
केवल छह-सात सालों में मुंबई जैसे शहर में कबाड़ीवाले की बीबी ने करोड़ों की दौलत बनाई। इतना तो कबाड़ी के कारोबार में शायद ही करीमा आप पूरी उम्र में जोड़ पाती। हालांकि, मुंबई की तिलक नगर पुलिस ने उस पर शिकंजा कसने की कवायद जब शुरू की तो पता चला कि पूरे मुंबई शहर में करीमा का कब्जा था। वह दर्जनों चाल की मालकिन थी और करीब आधा दर्जन मकान थे। इसके बाद साल 2020 में पहले उसके गुर्गों को पुलिस ने उठाया और फिर करीमा को गिरफ्तार कर लिया गया था।