यूपी की राजधानी लखनऊ में लुलु मॉल के खुलने के बाद से ही बवाल जारी है। मॉल में बिना अनुमति नमाज, हनुमान चालीसा पढ़े जाने के वीडियो वायरल होते ही यह जगह चर्चा में है। इसी क्रम में अब पुलिस ने एक्शन लेते हुए मॉल (LuLu Mall) में बिना अनुमति नमाज पढ़ने वाले चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें कि, मॉल में धार्मिक गतिविधियों के वीडियो वायरल के बाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिसके चलते सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त चेतावनी जारी की थी। सीएम योगी ने कहा था कि इस सबके चलते माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है। इस तरह की अराजकता फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर किसी प्रकार के धार्मिक आयोजन नहीं होंगे। ज्ञात हो कि सीएम योगी ने ही इस मॉल का उद्घाटन किया था, इस दौरान मॉल के मालिक युसूफ अली भी मौजूद रहे थे। NRI कारोबारी युसूफ मूलतः केरल के रहने वाले हैं।

अब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ने के मामले में मोहम्मद रेहान ,आतिफ खान, मोहम्मद लोकमान, मोहम्मद नोमान को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्त में लिए गए तीन आरोपी लखनऊ के ही रहने वाले हैं, जबकि एक आरोपी लखीमपुर खीरी का रहने वाला है। बताया गया है कि मोहम्मद लोकमान और मोहम्मद नोमान सगे भाई हैं, जो मूल रूप से सीतापुर और आतिफ मूल रूप से लखीमपुर खीरी का रहने वाला है।

पुलिस के मुताबिक, इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज के जरिये हुई है। यह सभी आरोपी बाइक से नमाज अदा करने मॉल में पहुंचे थे। बता दें कि, मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हिन्दू संगठनों ने मॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था।

इसके अलावा, लुलु मॉल के बारे में एक बात और सोशल मीडिया पर प्रचारित की गई कि मॉल के करीब 80 फीसदी कर्मचारी मुस्लिम हैं, जिसके बाद मॉल को बाकायदा सफाई देनी पड़ी और कहा गया कि हमारे मॉल में कार्यरत 80 फीसदी से अधिक कर्मचारी हिन्दू हैं और बाकी लोगअन्य सभी धर्मों के हैं।

पुलिस ने बताया है कि मॉल के सीसीटीवी से खुलासा हुआ है कि नमाज महज 18 सेकंड में पढ़ी गई थी और दिशा भी गलत थी। पहले युवकों ने मॉल के पहले फ्लोर पर नमाज पढ़ने की कोशिश की लेकिन जब युवक मॉल में भीड़ और अन्य कारणों के चलते असफल रहे तो वह पहले से दूसरे फ्लोर पर चले गए थे इसके बाद साही मौके का फायदा उठाकर वहां पर नमाज अदा की थी।