Sitapur Student Suicide Case: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले (Sitapur District) में बीते दिनों सात दिन के अंदर एक ही स्कूल की 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाली तीन छात्राओं की खुदकुशी करने के मामले में (Girl’s Suicide Case) मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ है। सीतापुर सहायक पुलिस अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह (ASP Narendra Pratap Singh) ने इस बारे में कहा कि तीनों मामले प्रेम प्रसंग (Love Affair) से जुड़े हुए हैं। पुलिस जांच के आधार पर उन्होंने दावा किया कि किसी भी मामले में स्कूल के किसी छात्र या अध्यापक की संलिप्तता नहीं है। इस मामले में पहले ब्लैकमेलिंग (Blackmailing) की आशंका जताई जा रही थी।
Sitapur Police ने लिया था स्वतः संज्ञान
एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सीतापुर (Sitapur) के एक ही स्कूल की 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाली तीन नाबालिग छात्राओं द्वारा आत्महत्या (Suicide) करने के मामले सामने आए थे। पुलिस ने पूरे मामले में स्वत: संज्ञान लेकर मामला दर्ज कर लिया था। इसके बाद करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में भी लिया था। पुलिस ने इन मामलों की गहन छानबीन की और खुदकुशी करने वाली तीनों छात्राओं के परिवार, रिश्तेदार, स्कूल के छात्रों और शिक्षकों समेत कई लोगों से पूछताछ की थी।
अगल-अलग तरीके से तीन छात्राओं ने की Suicide
दरअसल, सीतापुर जिले के कमलापुर में स्थित आरबीएसएस कॉलेज (RBSS College, Kamalapur) की तीन छात्राओं ने एक के बाद आत्महत्या कर ली थी। पहले 11वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा ने आत्महत्या की। उसके बाद 12वीं में पढ़ने वाली दो छात्राओं ने आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने बताया था कि सबसे पहले एक छात्रा ने फांसी के फंदे पर लटककर खुदकुशी की। फिर एक छात्रा ने नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। उसके बाद तीसरी छात्रा ने कीटनाशक खाकर जान दे दी थी। अलग-अलग तरह से सात दिन में तीन छात्राओं की खुदकुशी की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई थी।
बिना Postmartem के ही शवों का अंतिम संस्कार
तीनों ही नाबालिग छात्राओं की मौत के बाद बिना पोस्टमार्टम (Postmartem) के ही अंतिम संस्कार कर दिए जाने के मामले ने भी तूल पकड़ लिया था। स्कूल के प्रिंसिपल साकिब अली अंसारी ने छात्राओं की ब्लैकमेलिंग होने की आशंका जताई थी। स्कूल प्रशासन ने भी इस मामले में एक पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था। एक छात्रा के भाई ने बहन को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया था। एक छात्रा की मां ने बेटी को आत्महत्या के लिए उकसाने की शिकायत की थी। वहीं कई छात्राओं ने दबी जुबान से दबंग छात्रों की ओर से छेड़छाड़ की बात कही थी।
चौथी छात्रा ने भी की Suicide की कोशिश
इसके कुछ दिनों बाद 10वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा ने अपने हाथ की नस काट कर आत्महत्या की कोशिश की थी। हालांकि चौथी घटना में छात्रा की जान बचा ली गई थी। इस मामले में छात्रों के समूह में चिढ़ाए जाने के बाद यह खतरनाक कदम उठाने की बात सामने आई थी। गांव वालों और स्कूल के लोगों के मुताबिक खुदकुशी करने वाली तीनों छात्राएं पढ़ाई में काफी आगे रहने वाली थी।