गुजरात में शराब बैन है मगर पीने वालों को इससे क्या फर्क पड़ता है? वे किसी ना किसी तरह अपने लिए शराब का जुगाड़ कर ही लेते हैं। भले ही इसके लिए एम्बुलेंस और फायर टेंडर का सहारा ही क्यों ना लेना पड़े। ऐसा लगता है कि पीने वाले लोग पुलिस से एक कदम आगे ही रहते हैं तभी तो आए दिन राज्य में शराब पकड़े जाने की खबरें सामने आती रहती हैं। शराब प्रेमी बिना पिये रह नहीं पाते हैं और इसके लिए वे तरह-तरह की तरकीब निकलते रहते हैं। कहने को तो गुजरात में शराब बनाने और इसके इस्तेमाल पर बैन है मगर कितनी सच्चाई है यह इस घटना से साफ हो जाती है। दरअसल, सूरत ग्रामीण पुलिस ने एनएच 48 पर एक एम्बुलेंस और फायर टेंडर में ले जाई जा रही 6 लाख रुपये की शराब जब्त की है। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस चालक को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि फायर टेंडर ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भाग गया।
इस बारे में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए पलसाना थाने की पुलिस रविवार शाम गाड़ियों की जांच कर रही थी। तभी उन्हें वनेसा गांव के पास सड़क किनारे फायर टेंडर वाहन मिला। पुलिस ने कहा कि उन्होंने वाहन को रोकने की कोशिश की मगर ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकी। इसके बाद उन्होंने लगभग दो किलोमीटर तक उसका पीछा किया। इससे पहले कि वे ड्राइवर को पकड़ते वह गाड़ी सड़क पर छोड़कर भाग गया। पुलिस ने चेकिंग की तो पाया कि फायर टेंडर में विदेशी शराब की 3,780 बोतलें छिपा कर रखी गई थीं। जिनकी मार्केट में कीमत लगभग 5.28 लाख रुपये है।
एम्बुलेंस के अंदर से 70,000 रुपये की विदेशी शराब बरामद
एक अन्य गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए कड़ोदरा पुलिस एनएच 48 स्तिथ दीपक पेट्रोल पंप पर पहुंची और एम्बुलेंस को रोका। इसके बाद पुलिस ने एम्बुलेंस के अंदर से 70,000 रुपये की विदेशी शराब बरामद की। एम्बुलेंस ड्राइवर की पहचान महाराष्ट्र के नासिक जिले के रहने वाले रुशिकेश पवार के रूप में हुई। फिलहाल उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में उप-निरीक्षक जेएस राजपूत ने कहा कि शराब सूरत के जहांगीरपुरा इलाके के रहने वाले अश्विन को डिलीवर होनी थी। इसे महाराष्ट्र के नासिक के रहने वाले बंटी ने भेजा था।
पलसाना के पुलिस इंस्पेक्टर ए डी चावड़ा ने हमारे सहयोगी द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि फायर टेंडर वाहन अच्छी तरह से ऑक्यूपाइड था। फिलहाल वाहन के मालिक का अभी तक पता नहीं चला है लेकिन यह सूरत निवासी के नाम पर रजिस्टर है। उसके पते पर पहुंचने के बाद हमें जानकारी मिली कि वह उत्तर प्रदेश अपने घर चला गया है। हम और अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें संदेह है कि शराब तस्करी के लिए एक पुरानी गाड़ी को फायर टेंडर के रूप में पेश किया गया। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।