मुंबई से दर्दनाक खबर समाने आई है। यहां सुप्रभात हाउसिंग सोसाइटी की लिफ्ट खराब होने से 10 साल के बच्चे की मौत हो गई। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। बच्चे की मां ने सोसाइटी के लिफ्ट ठेकेदार और एक तकनीशियन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। घटना 7 जून की है। मां का कहना है कि इनकी गलती के कारण ही मेरे बच्चे की जान गई। बेटे की मौत से मां की हालत खराब है। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कथित तौर पर लापरवाही के कारण मौत का मामला दर्ज किया।

पुलिस ने मृतक ही पहचान 10 साल के रुद्र के रूप में की। रुद्र की 30 साल की मां प्रियंका बरहाटे ने मामले में शिकायत करते हुए कहा है कि वह अपने पति, चार बच्चों और बहनोई प्रशांत के साथ लल्लूभाई कंपाउंड में सुप्रभात हाउसिंग सोसाइटी की पांचवीं मंजिल पर रहती थीं। उन्होंने कहा कि हाउसिंग सोसाइटी ने इस मामले में कोई शिकायत रजिस्टर नहीं की थी जबकि यहां रहने वाले लोगों ने व्हाट्सएप ग्रुप पर लिफ्ट के खराब होने की शिकायत कई बार की थी।

उन्होंने आगे कहा कि 6 जून को जब उनके जीजा जी काम से लौट रहे थे तो उन्हें लिफ्ट बंद मिली थी। उन्होंने देखा कि कोषाध्यक्ष की उपस्थिति में एक तकनीशियन लिफ्ट की मरम्मत कर रहा था। इसके बाद प्रशांत ने कोषाध्यक्ष से कहा कि उन्हें लिफ्ट को तब तक बंद रखना चाहिए जब तक इसकी पूरी तरह मरम्मत नहीं हो जाती। उन्होंने कहा कि लिफ्ट अक्सर खराब रहती है।

प्रियंका की शिकायत के अनुसार, अगले दिन उन्होंने रुद्र को बिल्डिंग के पास की एक दुकान से कुछ खरीदने के लिए भेजा। थोड़ी देर बाद उन्होंने देखा कि सातवीं मंजिल के पास भीड़ जमा हो गई थी। वह मौके पर पहुंची तो देखा कि रुद्र जमीन पर बेहोश पड़ा है। वहां मौजूद लोगों ने कहा कि उन्होंने रुद्र को लिफ्ट शाफ्ट से बाहर खींच लिया था। इसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।

लिफ्ट 5वीं की जगह 7वीं फ्लोर के ऊपर पहुंची

शिकायत में प्रियंका ने उन्होंने आस-पास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि रुद्र के लिफ्ट में जाने के बाद उसमें खराबी आ गई और तेज स्पीड के कारण वह पांचवीं मंजिल के बजाय सातवीं मंजिल से ऊपर चली गई। उन्होंने बताया कि लिफ्ट सातवीं मंजिल पर रुकने की जगह उससे 13-14 इंच ऊपर चली गई।

प्रियंका के अनुसार, रुद्र ने बाहर निकलने की कोशिश की मगर वह गैप में गिर गया। जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। प्रियंका ने रोते हुए कहा कि बिल्डिंग कमेटी की लापरवाही के कारण मेरे बेटे की मौत हो गई। उन्होंने आगे कहा कि लिफ्ट के मेंटेनेंस का ठेका अप्रैल 2022 में दिया गया था। वहीं लिफ्ट की मरम्मत करने वाले तकनीशियन ने केवल कक्षा 9 तक पढ़ाई की है। वह इसके पहले हेल्पर के रूप में काम किया था। कुछ महीनों बाद उसे तकनीशियन के रूप में नियुक्त कर लिया गया। फिलहाल इस मामले में मानखुर्द पुलिस ने हाउसिंग सोसायटी के तीन सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।