महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने लश्कर-ए-तैयबा के संदिग्ध जुनैद मोहम्मद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। जिसमें खुलासा हुआ कि उसने उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रैली पर हमला करने की योजना बनाई थी। जुनैद को एटीएस ने 24 मई को पुणे से अरेस्ट किया था।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, एटीएस की ओर से कोर्ट में 2 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है। एटीएस की चार्जशीट में यह भी खुलासा हुआ कि लश्कर संदिग्ध जुनैद के निशाने पर यति नरसिंहानंद सरस्वती और जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ ​​वसीम रिजवी भी निशाने पर थे। इसके अलावा, जुनैद ने उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रैली पर हमला करने की योजना बनाई थी।

जुनैद को एटीएस ने 24 मई को पुणे के दापोडी इलाके से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी संगठनों से संबंध होने के संदेह में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों द्वारा बताया गया था कि जुनैद बुलडाना का रहने वाला है और वह सोशल मीडिया के जरिए जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठनों के संपर्क में आया था।

जुनैद की गिरफ्तारी के बाद में एटीएस ने उसके साथियों में इनामुल हक, यूसुफ और आफताब हुसैन शाह को भी गिरफ्तार किया था। एटीएस के मुताबिक, जुनैद को आतंकी गतिविधियों के लिए फंड मुहैया कराया गया था। जुनैद पर धारा 121 (ए) (अपराध करने की साजिश), 153 (ए) (धर्म, जाति, जन्म स्थान पर हमला करने वाले व्यक्तियों को दंडित करना) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत भी आरोप लगाया गया था।

फिलहाल यरवदा जेल में बंद जुनैद के बारे में महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) के एक अधिकारी ने बताया था वह जम्मू-कश्मीर में ट्रेनिंग लेने का इच्छुक था, लेकिन कोरोना के चलते वह ट्रेनिंग पर नहीं जा पाया था। कबाड़ का काम करने वाला जुनैद कट्टरपंथी बनने के बाद लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के संपर्क में आया था। इसके बाद उसे कट्टरपंथी युवाओं को अपने साथ जोड़ने का काम दिया गया था।