केरल के कोल्लम के एक परीक्षा केंद्र में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET 2022) के दौरान एक अजीबोगरीब स्थिति से हंगामा मच गया। यहां परीक्षा से पहले कई लड़कियों को अपनी इनरवियर उतारने के लिए मजबूर किया गया। दरअसल, परीक्षा से पहले चेकिंग में मेटल डिटेक्शन स्टेज पर इनरवियर में लगे मेटल हुक से बीप बजी थी। हालांकि, अब इस मामले में पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने छात्राओं को इनरवियर हटाने के लिए मजबूर किया था।
घटना केरल के कोल्लम में स्थित परीक्षा केंद्र से सामने आई। वहीं, केरल के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ, आर बिंदू ने भी इस घटना को “बेहद निंदनीय” बताया है। शिकायत में, पिता ने आरोप लगाया कि कोल्लम के अयूर में मार थोमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी में परीक्षा में भाग लेने वाले “कई छात्राओं” को अपने इनरवियर को हटाने के लिए मजबूर किया गया।
शिकायत में बताया गया है कि, यह शर्मसार करने वाली घटना है क्योंकि नीट की परीक्षा कराने वाली एजेंसी एनटीए (NTA) यानी राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी के द्वारा अनिवार्य मानदंडों के तहत ऐसा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि, परीक्षा केंद्र (Mar Thoma Institute) के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस घटना के लिए एनटीए द्वारा छात्रों की तलाशी लेने वाली एजेंसी के कर्मचारी जिम्मेदार हैं। इसमें संस्थान शामिल नहीं था।
इस घटना के बाद एनटीए ने एक बयान जारी कर परीक्षा केंद्र के सुपरिटेंडेंट, आब्जर्वर और सिटी को-ऑर्डिनेटर तत्काल जानकारी मांगी थी। इन तीनों ने अपने जवाब में कहा कि परीक्षा केंद्र में ऐसे कोई घटना सामने नहीं है और न ही उन्हें या एनटीए को कोई लिखित/ई-मेल पर शिकायत मिली है। जबकि कोल्लम ग्रामीण एसपी केबी रवि (Rural SP K B Ravi) ने पुष्टि की है कि पुलिस को एक स्टुडेंट के माता-पिता से इस संबंध में शिकायत मिली है।
द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए लड़की के पिता ने कहा कि उनकी बेटी को एक अपमानजनक अनुभव (Insulting experience) के बाद परीक्षा देनी पड़ी। उन्होंने आगे कहा कि, इस घटना के बाद मेरी बेटी समेत कई छात्राएं ऐसी थी जो कई महीनों की तैयारी के बाद भी पूरे आत्मविश्वास के बाद परीक्षा नहीं दे पाई। इस घटना ने उन्हें असहज कर दिया और यह क्रूरता के सिवाए और कुछ भी नहीं है।
छात्रा के पिता ने बताया कि, पहले उनकी बेटी ने इनरवियर हटाने (Innerwear) से इनकार कर दिया, ऐसे में उसे परीक्षा में शामिल न होने के लिए कहा गया। शिकायत में बताया गया कि कई छात्राएं इस घटना के चलते रोते हुए अपने इनरवियर के हुक को काट रही थी। वहीं, राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री बिंदू (Higher Education Minister Dr. R Bindu) ने कहा कि, यह एजेंसी और उसके कर्मचारियों की ओर से एक गंभीर चूक है। यह बहुत ही निंदनीय है। राज्य इस घटना को केंद्र सरकार और एनटीए के समक्ष उठाएगा।”