यूपी के कानपुर से दिल को दुखाने वाली एक घटना सामने आई है। यहां रायपुरवा थाना क्षेत्र के आचार्य नगर के रहने वाले कपड़ा कारोबारी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई है। कोरबारी का नाम मनीष कनोडिया है और उनके बेटे का नाम कुशाग्र है। वह 16 साल का था। रिपोर्ट के अनुसार, कुशाग्र कल शाम 4 बजे ट्यूशन पढ़ने घर से निकला था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। रात के करीब 9 बेडे फिरौती के लिए एक लेटर मिला। इसके बाद किशोर के किडनैप होने की जानकारी परिजन को लगी। इससे पहले कि वे कुछ कर पाते पीड़ित का शव फजलगंज थाना क्षेत्र में मिला। इस मामल में पुलिस ने किशोर को ट्यूशन पढ़ाने वाली टीचर और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है। उन पर पीड़ित को किडनैप कर 30 लाख फिरौती मांगने का आरोप है। किशोर कनोडिया जयपुरिया स्कूल में 10वीं का छात्र था। वह आरोपी महिला के पास ट्यूशन पढ़ने जाता था। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, किशोर रोज की तरह ट्यूशन पढ़ने घर से 4 बजे निकला था। काफी देर होने के बाद वह घर नहीं लौटा। घरवाले उसकी तलाश करने लगे। इसी बीच रात 9 बजे के करीब स्कूटी पर सवार एक युवक घर पर एक लेटर फेंक कर गया। उस लेटर में छात्र के किडनैप होने की जानकारी थी और साथ ही 30 लाख के फिरौती की मांग की गई थी। इसके बाद परिवार के लोगों ने पुलिस को इस बारे में सूचना दी।
आरोपी टीचर ने कबूल की हत्या की बात
शुरुआती जांच के बाद किशोर को ट्यूशन पढ़ाने वाली महिला को हिरासत में लिया गया। वह फजलगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पुलिस ने इसके साथ ही दो और लोगों को हिरासत में लिया। उनसे पूछताछ में पता चला कि उन्होंने मिलकर कुशाग्र की हत्या कर दी और फिर उसके शव को फजलगंज थाना क्षेत्र में फेंक दिया। आरोपियों की जानकारी देने के बाद पुलिस ने मंगलवार सुबह किशोर का शव बरामद किया। जांच में पता चला कि कुशाग्र की रस्सी के गला घोटकर हत्या की गई थी।
इस मामले में इंस्पेक्टर रायपुर वह अर्चना गौतम का कहना है कि महिला टीचर ने अपने दोस्त के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है। दोनों शादी कर घर बसाना चाहते थे। इसके लिए उन्हें पैसों की जरूरत थी। उन्होंने रुपयों का बंदोबस्त करने के लिए छात्र का अपहरण करने की सोची। उन्होंने योजना के अनुसार, इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करेगी।