Kamlesh Tiwari Murder: हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्या की पूरी कहानी अब पुलिस के सामने आ चुकी है। गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े दोनों आरोपियों अशफाक शेख और मोइनुद्दीन पठान ने इस मामले की पूरी साजिश बयां की है। उन्होंने बताया कि 2015 में दिए भड़काऊ बयानों के चलते कमलेश की बेरहमी से हत्या की गई। इसके लिए 4 साल से प्लानिंग हो रही थी। वहीं, करीब 50 से ज्यादा मीटिंग भी की गई थीं। आरोपियों के मुताबिक, पूरी साजिश गुजरात के सूरत में रची गई और लखनऊ में इसे अंजाम दे दिया गया।

आरोपियों ने सुनाई यह दास्तां: पुलिस का दावा है कि दोनों आरोपियों ने भड़काऊ बयानबाजी का बदला लेने के लिए कमलेश तिवारी की हत्या करने की बात कबूली है। आरोपियों ने बताया, ‘‘कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश करीब 4 साल से रची जा रही थी। सूरत के ग्रीन व्यू अपार्टमेंट में पूरी साजिश रची गई। ग्रीन व्यू के 108 नंबर फ्लैट में मोइनुद्दीन पठान रहता था। वहीं, 303 नंबर का फ्लैट अशफाक का है।’’ बता दें कि हत्या की साजिश में शामिल फैजान, रशीद और मोहसिन को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

Hindi News Today, 23 October 2019 LIVE Updates

रशीद ने बनाई थी हत्या की पूरी योजना: आरोपियों के मुताबिक, कंप्यूटर का जानकार रशीद 10वीं की पढ़ाई के बाद दुबई चला गया था। उसने ही 2015 में कमलेश तिवारी के भड़काऊ बयानों पर नाराजगी जताई थी और उनकी हत्या की साजिश रचनी शुरू की थी। रशीद 2 महीने पहले दुबई से लौटा और उसने अशफाक, मोइनुद्दीन फरीद, फैजान व मोहसिन के साथ मिलकर कमलेश की हत्या की योजना बना डाली।

प्लानिंग के लिए हुईं 50 से ज्यादा मीटिंग: बताया जा रहा है कि कमलेश की हत्या को अंजाम देने के लिए इन पांचों ने करीब 50 मीटिंग कीं। रशीद के उकसाने पर ही मोइनुद्दीन फरीद और अशफाक के साथ लखनऊ जाने के लिए तैयार हुआ था। इसके बाद लखनऊ में कमलेश की हत्या कर दी गई।

गुजरात की सीमा पर दबोचे गए दोनों आरोपी: गुजरात एटीएस के डीसीपी हिमांशु शुक्ला ने बताया, ‘‘अशफाक व मोइनुद्दीन को गुजरात-राजस्थान की सीमा पर शामलाजी के पास गिरफ्तार किया गया। दोनों गुजरात में घुसने की तैयारी कर रहे थे। सर्विलांस की मदद से उनकी सही लोकेशन मिली थी। अशफाक शेख 34 साल और मोइनुद्दीन पठान 27 साल का है।’’