आईजी कश्मीर, विजय कुमार ने रविवार को मीडिया को जानकारी दी है कि हंदवाड़ा मुठभेड़ में खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा का कमांडर हैदर मारा गया है। बताया जा रहा है कि आतंकी कमांडर हैदर पाकिस्तान का रहने वाला था। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा के राजवार इलाके में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो विदेशी आतंकी मार गिराए गए।
हालांकि इस ऑपरेशन में दो बड़े अफसर समेत पांच जवान भी शहीद हो गए हैं। शहीदों में एक कर्नल, एक मेजर, दो सेना के जवान और एक जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं। मुठभेड़ में मारे गए दूसरे आतंकवादी की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
हैदर के बारे में बताया जाता है कि वो और उसके उकुछ साथी अबू मुस्लिम, अमहद हुबाइब खालिद और अबू हमजा जैसे खूंखार आतंकियों को इस्लामिक स्टेट की तर्ज पर हत्या करने और दहशत फैलाने के लिए खास प्रशिक्षण दिया गया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जाता रहा है कि यह सभी पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा प्रशिक्षित लश्कर के कमांडर हैं।
घरों पर हमला करने, महिलाओं सहित बच्चों को चमड़े की बेल्टों से पीटने, बंधकों की हत्या कर मांस को कूड़ेदान में फेंक देना उनकी कार्यप्रणाली में शामिल हैं। ये अत्याधुनिक राइफलों और तलवारों से लैस होते है। ये परिवार के पुरुष सदस्यों का अपहरण करते है और अपहरण के पहले परिवार की महिलाओं की जमकर पिटाई करना इनकी दहशतगर्दी का हिस्सा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि कुछ आतंकियों ने एक घर में लोगों को बंधक बना लिया है। जिसके बाद सेना के कर्नल, मेजर दो जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर इन आतंकियों से लोहा लेने के लिए मौके पर पहुंचे थे। इन सभी ने अपनी शहादत देकर घर में बंधक बने लोगों को छुड़ाया साथ ही साथ दोनों आतंकियों को ढेर भी कर दिया।
आपको बता दें कि रविवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 5 जवानों के शहीद होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि ‘हंदवाड़ा में सुरक्षा बलों के शहीद होने की खबर काफी दर्दनाक औऱ परेशान करने वाली है। आतंकियों के साथ मुठभेड़ में इन जवानों ने बेमिसाल बहादुरी का परिचय दिया और देश की सेवा करते हुए सर्वोच्च बलिदान को प्राप्त हुए। हम उनके बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे।’