Jafrabad Double Murder News: नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के जाफराबाद में दो भाइयों की इस हफ़्ते की शुरुआत में नृशंस हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उन्हें लगभग 35 गोलियां मारी थीं, जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई थी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अब मामले की जांच में पता चला है कि अगस्त में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उनसे सलीम अहमद उर्फ ​​सलीम पिस्टल, जो भारत का टॉप हथियार सप्लायर है, द्वारा चलाए जा रहे एक हथियार सप्लाई सिंडिकेट के सिलसिले में पूछताछ की थी।

चचेरा भाई हमले का मास्टरमाइंड

रिपोर्ट के अनुसार 16 दिसंबर को, भाई मोहम्मद फजील (31) और नदीम (33) – जो कथित तौर पर पिस्टल के गैंग के सदस्य थे – एक स्कूटर पर जा रहे थे, तभी तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने कथित तौर पर उन पर हमला कर दिया और उन्हें मार डाला। इन हमलावरों में उनका चचेरा भाई असद कुरैशी भी शामिल था, जिसे हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।

आरोपियों ने कथित तौर पर करीब 48 गोलियां चलाईं, जिनमें से 35 पीड़ितों को लगीं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्हें शक है कि दोनों भाइयों को स्पेशल सेल को पूछताछ के दौरान टिप देने के लिए मारा गया, जिसके बाद सिंडिकेट के सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए छापे मारे गए। उस समय, पुलिस ने भाइयों पर कोई केस दर्ज नहीं किया था और उन्हें जाने दिया था।

गाजियाबाद किरायेदार दंपत्ति ने क्यों और कैसे की मकान मालकिन की हत्या, सूटकेस में भरा शव, पूरी कहानी

रिपोर्ट के अनुसार उनसे पूछताछ के बाद, स्पेशल सेल ने नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में छापे मारे, जिसमें एक दानिश मल्ली के घर पर भी छापा मारा गया, जो फरार पाया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दानिश असद का करीबी दोस्त था। पिस्टल के करीबी साथियों में से एक, महफूज उर्फ ​​बॉबी कबूतर – जो जाफराबाद का ही रहने वाला है – पर भी सिंडिकेट में कथित संलिप्तता के लिए महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) के तहत मामला दर्ज किया गया है। कबूतर फरार है।

भारत-नेपाल सीमा के पास से गिरफ्तार

एक सूत्र ने कहा, “माना जाता है कि असद ने दानिश और कबूतर के साथ मिलकर भाइयों की हत्या की, क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर सलीम के सिंडिकेट के बारे में स्पेशल सेल को जानकारी दी थी… असद पहले दोनों भाइयों के साथ काम करता था, लेकिन बाद में पैसों के विवाद को लेकर उनसे अलग हो गया था।”

एक अधिकारी ने बताया कि जाफराबाद का रहने वाला पिस्टल, जिसे अगस्त में भारत-नेपाल सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया था, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के गैंगस्टरों को अवैध विदेशी हथियार – जिसमें तुर्की की जिगाना और इटली की बेरेटा पिस्तौल शामिल हैं – सप्लाई करने के लिए बदनाम था। वह पाकिस्तान और दुबई से ऑपरेट करता था। उसकी गिरफ्तारी को कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने महत्वपूर्ण माना था, क्योंकि वह नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी द्वारा जांच किए जा रहे मामलों में भी वांछित था।

इंस्टाग्राम पर फर्जी एयरलाइन की वेबसाइट, नौकरी का झांसा देकर दिल्ली की युवती से लाखों ठगे; ऐसे बिछाया था जाल

गिरफ्तारी के बाद, स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच ने पिस्टल पर MCOCA के तहत अलग-अलग मामले दर्ज किए। वह फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पिस्टल पहले अपने घर पर पिस्तौल बनाता था और उनकी सप्लाई में शामिल था।

एक सूत्र ने बताया, “हत्या, डकैती और अवैध हथियारों की सप्लाई के मामलों में केस दर्ज होने के बाद, वह 2019 में नेपाल के रास्ते दुबई भाग गया। वहां से वह अक्सर पाकिस्तान जाता था और नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में अपने सिंडिकेट के सदस्यों की मदद से, हाशिम बाबा, अब्दुल नासिर और लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधियों से जुड़े गैंग को विदेशी पिस्तौल सप्लाई करता था।”

पुलिस ने बताया कि फजील और नदीम, अपने दो भाइयों वसीम और कफील के साथ मिलकर जैकेट बनाने का बिजनेस चलाते थे। पुलिस ने बताया कि नदीम पर इलाके में अवैध हथियारों की सप्लाई से जुड़े एक मामले में केस दर्ज किया गया था।