देश में इस वक्त लॉकडाउन लगा हुआ है। किसी को भी घर से बेवजह निकलने की इजाजत नहीं है। पंजाब के गुरदासपुर जिले के बटाला शहर के थाथरी मोहल्ले में पुलिस वाले लोगों से लॉकडाउन का सख्ती से पालन करा रहे थे। इस दौरान जब डीएसपी ने एक युवक को 2 मासूम बच्चों के साथ देखा तो पूछताछ के लिए उन्हें रोका। पूछताछ में पता चला कि यह बच्चे अपने एक रिश्तेदार के साथ ट्यूशन पढ़कर लौट रहे थे। पुलिस उपाधीक्षक गुरदीप सिंह यह सुनकर हैरान रह गए कि लॉकडाउन में यह बच्चे शिक्षक के घर जाकर ट्यूशन पढ़ रहे हैं।

पहले डीएसपी गुरदीप सिंह बच्चों के साथ मौजूद उनके परिजन को फटकार लगाई और उनसे कहा कि लॉकडाउन में वो बच्चों को लेकर कही भी बाहर ना निकलें। डीएसपी, बच्चों और उनके परिजनों के बीच पूरी बातचीत का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।

वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि डीएसपी पहले बच्चों के परिजन से कहते हैं कि ‘लोगों को लॉकडाउन के दौरान घर के अंदर रहने के लिए कहा गया है और आप बच्चों को ट्यूशन के लिए भेज रहे हैं. स्कूल बंद हैं. फिर, आप उन्हें क्यों भेज रहे हैं?’ डीएसपी ने कहा, ‘हम कोरोना वायरस के कारण लोगों को अपने घरों से बाहर नहीं आने के लिए कहते रहते हैं और आप बच्चों को ट्यूशन के लिए भेज रहे हैं।’

इसके बाद वो उनसे टीचर के बारे में पूछताछ शुरू करते हैं। इसी बीच पांच साल का एक मासूम बच्चा डीएसपी को अपनी टीचर का नाम बताने लगता है। यह मासूम छात्र ना सिर्फ पुलिस को अपने टीचर का नाम बताता है बल्कि वो पुलिस वालों को लेकर अपने टीचर के घर भी पहुंच जाता है।

बच्चा पुलिस वालों को रास्ता बताते हुए अपनी शिक्षिका के घर ले जाता है। इसके बाद पुलिस घर का दरवाजा खटखटाती है और शिक्षिका के बाहर आने पर पुलिस शिक्षिका को भी डांट लगती है।

डीएसपी, शिक्षिका से पूछते हैं कि ‘बच्चों को पढ़ाने के लिए आपको इजाजत किसने दी?’ पुलिस की बात सुनकर शिक्षिका भी सकपका जाती हैं। डीएसपी ने शिक्षिका को ट्यूशन पढ़ाने के लिए डांट लगायी। पुलिस ने बताया कि बच्चों को ट्यूशन ले जा रहे उनके परिजन ने पुलिस से माफी मांगी और आगे से ऐसा ना करने की बात भी कही।