India Lockdown: आंध्र प्रदेश के गुंटूर में सोमवार (20-04-2020) को 28 साल के एक युवक की मौत हो गई। युवक की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक युवक के पिता मोहम्मद अदिम का आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान उनके बेटे Mohammad Ghouse घर से दवा लेने निकले थे। चेकपोस्ट पर पुलिस ने उन्हें रोका था और फिर उनपर पुलिस ने पीछे से प्रहार किया। जिसकी वजह से वो वहीं गिर पड़े।

इसके बाद Mohammad Ghouse को पुलिस ने खुद ही अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हालांकि इस मामले में यहां पुलिस का कहना है कि युवक पहले से ही cardio-vascular disease से पीड़ित थें और उनकी मौत कार्डियक अटैक से हुआ है।

इस मामले में गुंटूर रेंज के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस के.प्रभाकर राव ने Sattenapalli शहर के सब इंस्पेक्टर रमेश बाबू को सस्पेंड कर दिया है। मामले में अप्राकृतिक परिस्थितियों में हुई मौत की धारा (174) के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के भी निर्देश दिये गये हैं।

इस घटना के बारे में आईजी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि सब-इंस्पेक्टर ने युवक की पिटाई नहीं की बल्कि उनसे सिर्फ दवा का पूर्जा दिखाने के लिए कहा गया था। पूछताछ के दौरान ही युवक को चक्कर आया और वो जमीन पर गिर पड़े। जिसके बाद उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की लेकिन कुछ ही क्षणों बाद उनकी मृत्यु हो गई।’

युवक की मौत के बाद इलाके में तनाव फैल गया। युवक के रिश्तेदारों और करीब सैकड़ों लोगों की भीड़ ने थाने के सामने प्रदर्शन भी शुरू कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मामले में न्याय की मांग की। बाद में पुलिस ने मामले की जांच कराने और मृतक के आश्रितों को उचित मुआवजा देने का वादा प्रदर्शनकारियों से किया।

आपको बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर में अभी लॉकडाउन है। यह लॉकडाउन 3 मई तक जारी रहेगा। लॉकडाउन के दौरान किसी को भी बिना किसी जरुरी वजह के घर से निकलने की मनाही है। सभी राज्यों की पुलिस पर जिम्मेदारी है कि वो लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराए।