बिहार के जमुई में एक दारोगा ने आरोप लगाया है कि ड्यूटी करते वक्त यहां के बीडीओ (प्रखंड विकास पदाधिकारी) ने उन्हें पिस्टल दिखाते हुए धमकी दी है। यहां के कचहरी चौक पर तैनात दारोगा विंध्याचल सिंह का कहना है कि गुरुवार (23 अप्रैल, 2020) को उनकी ड्यूटी चकाई चौक पर लगी थी। इसी दौरान चकाई बीडीओ सुनील चांद अपनी एसयूवी कार से वहां पहुंचे थे। विंध्याचल सिंह का आरोप है कि इस दौरान बीडीओ ने अपनी एसयूवी गाड़ी को बीच सड़क पर ही खड़ा कर दिया।
विंध्याचल सिंह का कहना है कि ड्यूटी के दौरान उन्होंने जब बीडीओ को गाड़ी साइड करने के लिए कहा तब उन्होंने उन्हें अपना रिवॉल्वर दिखाया। इतना ही नहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी पर यह भी आरोप है कि उन्होंने दारोगा विंध्याचल सिंह को उनकी औकात दिखा देने की बात भी कही। घटना के बाद बीडीओ के खिलाफ दारोगा ने पहले मौखिल रुप से जिले के कप्तान से इसकी शिकायत की।
वहीं अब यह मामला यहां के जिलाधिकारी के संज्ञान में भी आया है। ‘न्यूज 18’ की रिपोर्ट के मुताबिक जमुई के डीएम ने अब इस पूरे मामले में जांच कराने की बात कही है।
दारोगा का आरोप है कि बीडीओ की लॉकडाउन के दौरान बीडीओ की गाड़ी में 4-5 लोग बैठे थे। हालांकि इस पूरे मामले पर बीडीओ ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा है कि दारोगा अक्सर उन्हें जानबूझ कर टारगेट करते हैं।
उन्होंने कहा कि चकाई एक नक्सली इलाका है और वो अपना रिवॉल्वर इस इलाके में हमेशा अपने साथ रखते हैं। बहरहाल अब यहां के डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कहा है कि इस मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि अभी हाल ही में अररिया से भी एक ऐसी ही खबर आई थी। यहां भी एक सरकारी अधिकारी पर चौकीदार से दबंगई दिखाने का मामला प्रकाश में आया था।
आरोप लगा था कि लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक चौकीदार ने कृषि विकास पदाधिकारी को गाड़ी साइड करने के लिए कह दिया था। इसपर चौकीदार से सरेआम सड़क पर कान पकड़कर उठक-बैठक कराई गई थी।
इस पूरी घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में सरकारी अधिकारी चौकीदार को ना सिर्फ डांटते-हड़काते नजर आए थे बल्कि उससे उठक-बैठक कराते भी नजर आए थे। वीडियो वायरल होने के बाद कृषि विकास पदाधिकारी को सस्पेंड भी कर दिया गया था।

