देश की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद से ही सभी जगहों पर भारी विरोध हो रहा है। युवाओं के साथ विपक्षी पार्टियां भी इसे गलत ठहरा रही है। हालांकि, इस योजना के विरोध में जिस तरह से युवा प्रदर्शनकारियों ने बवाल काटा है, वह पूरा देश देख रहा है। अग्निपथ योजना के विरोध में कई प्रदेशों में प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं।
अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद से ही प्रदर्शनकारी इस योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। लेकिन यूपी और बिहार में इस विरोध प्रदर्शन ने तब उग्र रूप ले लिया, जब प्रदर्शनकारियों ने रेलवे व सार्वजनिक संपतियों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क चल रही परिवहन बसों के साथ आम नागरिकों के वाहन को भी निशाना बनाया और उनमें तोड़फोड़-आगजनी की।
प्रदर्शनकारियों का यह विरोध शनिवार को बिहार के भी कई हिस्सों में जारी रहा, जहां 18 जून को बिहार बंद बुलाया गया था। इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया एक वीडियो तेजी से वायरल है, जहां कुछ गुस्साए युवा प्रदर्शनकारी एक मीडिया कर्मी से बात कर रहे थे। मीडिया कर्मी ने जब उनसे पूछा कि ‘आप को क्या लगता है कि सरकार इस योजना को वापस लेगी?
ऐसे में वीडियो में दिख रहे युवा कहते हैं कि सरकार क्यों नहीं लेगी। उन्हें योजना वापस लेनी ही होगी नहीं तो हम लोग मजबूरी में आतंकवादी बन जाएंगे। प्रदर्शनकारी युवाओं ने कहा कि जब तक सरकार इस योजना को वापस नहीं लेगी तब तक पीछा नहीं छोड़ेंगे। बता दें कि, शुक्रवार को इस योजना के चलते भारी विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने यूपी बिहार के अलग-अलग हिस्सों में जमकर उत्पात मचाया था।
वहीं, अग्निपथ योजना पर विरोध जताने वाले युवाओं से अस्पताल में भर्ती कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बयान जारी कर अपील की है कि सभी युवा अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण विरोध जताएं। कोई भी हिंसा का मार्ग न अपनाएं बल्कि अहिंसक तरीके से अपनी बात सरकार तक पहुंचाएं। ज्ञात हो कि, सरकार ने इस योजना के तहत युवाओं को उम्र सीमा में राहत के साथ रक्षा मंत्रालय, असम राइफल्स, सीएपीएफ की नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की है।