Sidhu Moosewala Murder: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में बीते तीन महीनों से फरार चल रहे शूटर दीपक मुंडी को उसके दो सहयोगियों कपिल पंडित और राजिंदर जोकर के साथ 10 सितंबर को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया गया था। अब इन तीनों आरोपियों को मानसा अदालत ने 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

सिलीगुड़ी के नक्सलबाड़ी गांव से पकड़े गए तीनों आरोपी

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के सिलसिले में पुलिस सूत्रों ने बताया कि दीपक मुंडी और उसके दो साथियों कपिल पंडित और राजिंदर उर्फ ​​जोकर को 10 सितंबर को सिलीगुड़ी के नक्सलबाड़ी गांव में पानी टंकी के पास से पकड़ा गया था। इन सभी को दिल्ली पुलिस, पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के एक जॉइंट ऑपरेशन में पकड़ा गया था।

भिवानी का है दीपक मुंडी

दीपक मुंडी, हरियाणा के भिवानी का रहने वाला है। पुलिस चालान के मुताबिक, वह खुद मूसेवाला को मारना चाहता था। सिंगर मूसेवाला की रेकी करने और सभी गतिविधियों की जानकारी गोल्डी बराड़ को देने के आरोप में पुलिस हिरासत में बंद मानसा के बलदेव निक्कू ने पुलिस को बताया कि मुंडी ने अपने साथियों से कहा था कि वह मूसेवाला पर गोलियां चलाएगा।

ऐसा था फरारी का रास्ता, दुबई जाने की थी तैयारी

पंजाब पुलिस ने कहा कि मूसेवाला मर्डर के बाद शूटर दीपक मुंडी, कपिल पंडित पहले गुजरात में थे, फिर भुज में दबिश के एक दिन पहले भागने में कामयाब रहने के दौरान वह राजस्थान, हरियाणा, यूपी और बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल जा पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक, यह सभी नेपाल के रास्ते भूटान पहुंचने के बाद फर्जी पासपोर्ट पर दुबई जाने की तैयारी में थे।

गोल्डी बराड़ के संपर्क में था दीपक मुंडी

पंजाब के डीजीपी ने कहा कि दीपक मुंडी और उनके दो सहयोगियों को दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस द्वारा शुरू किए गए एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें पहले ही 35 आरोपियों में से 23 को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि दीपक मुंडी कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के संपर्क में था।

29 मई को हुआ था मूसेवाला का मर्डर

ज्ञात हो कि 29 मई को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव में दो गाड़ियों में सवार शूटरों ने गायक-राजनेता सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिद्धू के साथ जीप में बैठे उनके चचेरे भाई और एक दोस्त भी हमले में घायल हो गया था। ऑटोप्सी रिपोर्ट से पता चला कि गोली लगने के 15 मिनट के भीतर उसकी मौत हो गई और मूसेवाला को शरीर में 19 गोलियां लगी थीं।