माथेरन मर्डर केस की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, बंदरों की वजह से यह केस सॉल्व हो सका है। कहीं ना कहीं बंदरों के जरिए इस सनीसनीखेज हत्या का खुलासा हो सका है। हम इस पूरे घटनाक्रम के बारे में आपको बता रहे हैं।

दरअसल, 12 दिसंबर 2021 के दिन मुंबई के नजदीक एक हिल स्टेशन माथेरान के एक कॉटेज के बाथरूम में एक सिर कटी महिला की लाश मिली थी। महिला के शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। इसकी सूचना कॉटेज के मालिक केतन रामणे ने पुलिस को दी।

घटना की सूचना पाने के बाद सहायक पुलिस निरीक्षक संजय बांगड़ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था और सिर गायब था। यहां तक ​​कि महिला की कलाई पर बने टैटू को भी किसी नुकीली चीज से छील दिया गया था ताकि उसकी पहचान न हो सके। हत्यारे ने ऐसा कोई सामान नहीं छोड़ा था जिससे पुलिस को उसकी पहचान करने में मदद मिल सके। इतना ही नहीं सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था।

जब गेस्ट रजिस्टर की जांच की गई तो अमजद खान और रूबीना बेगम का नाम मिला। दंपति ने शनिवार को चेक इन किया था, लेकिन किसी तरह का पेपर जमा नहीं किया था। इससे पुलिस को शक हुआ कि दंपति ने फर्जी नाम कॉटेज लिया था। इसके बाद दस पुलिस टीमों को कॉटेज के पास 250 फीट की घाटी में महिला के सिर और कपड़ों को खोजने का काम सौंपा गया।

बंदर यात्रियों से सामान छीन कर इधर-उधर फेंक देते हैं और यही मददगार साबित हुआ

बांगड़ ने अपनी टीम को ऐसे सामानों को भी तलाश करने का आदेश दिया जो हाल ही में हटाए गए हैं। दरअसल, माथेरान में बंदर अक्सर पर्यटकों से बैग और सामान छीन लेते हैं और उन्हें पूरे हिल स्टेशन में फैलाकर फेंक देते हैं। पुलिस ने बंदरों द्वारा फैलाई गए सामानों को इक्ट्ठा करना शुरू किया। जल्द ही, बांगड़ के सामने सामानों का ढेर लग गया।

बांगड़ ने उन सामानों की तलाशी लेने में घंटों बिता दिए। इसके बाद उन्हें एक महिला का बैग मिला। जब उन्होंने उसकी तलाशी ली तो उसमें कॉस्मेटिक का सामान मिला। तभी बांगड़ का ध्यान उस पर बैग पर गया। बैग पर गोरेगांव मेडिकल स्टोर का नाम छपा हुआ था। इसके बाद बांगड़ ने 10 टीमों में से एक को इस मेडिकल स्टोर और आसपास के पुलिस स्टेशनों का पता लगाने के लिए कहा गया।

मेडिकल स्टोर की पहचान होने के बाद माथेरान पुलिस ने आसपास के पुलिस स्टेशनों में पता लगाया कि क्या पिछले दो दिनों में किसी लापता व्यक्ति की शिकायत दर्ज की गई थी। पता चला कि एक परिवार ने बांगुर नगर पुलिस स्टेशन में एक युवती के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।

इसी बीच पुलिस ने घाटी से कुछ कपड़े बरामद किए। उन्होंने सीसीटीवी में देखा कि एक जोड़ा दस्तूरी नाका से पैदल चलकर हिल स्टेशन माथेरान की तरफ जा रहा है। चूंकि जोड़े ने मास्क पहन रखा था, इसलिए उनके चेहरे दिखाई नहीं दे रहे थे।

नर्स बनने के लिए ट्रेनिंग ले रही थी महिला

गोरेगांव परिवार ने महिला की पहचान 26 साल की पूनम पाल के रूप में की। जो नर्स बनने की ट्रेनिंग ले रही थी और दो दिन से घर नहीं आई थी। उसके परिवार ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी मई 2021 में 30 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर रामसिलोचन पाल से हुई थी। दोनों परिवार के कहने पर दूर-दूर रह रहे थे।

इसके बाद पुलिस ने बेलापुर स्थित एक कंपनी में काम करने वाले पनवेल के खंडा कॉलोनी के रहने वाले रामसिलोचन से पूछताछ की। उसने पुलिस के सभी सवालों का जवाब दिया। पुलिस उसे छोड़ने वाली थी तभी उन्होंने देखा कि उसक खत (साइड की दाढ़ी) उस व्यक्ति से मैच हो रहे थे जो सीसीटीवी फुटेज में महिला के साथ नजर आ रहा था। इसके बाद पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की। जिसके बाद रामसिलोचन ने कथित तौर पर अपनी पत्नी की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।

पुलिस ने बताया कि रामसिलोचन को शक था कि पूनम वफादार नहीं है क्योंकि वह अक्सर किसी से फोन पर बात करती रहती थी। वह उसके साथ माथेरान गया औऱ ऐसा कॉटेज चुना जहां सीसीटीवी कैमरा नहीं था। पुलिस ने आगे कहा कि 11 दिसंबर, 2021 को रामसिलोचन ने पूनम की हत्या कर उसका सिर काट दिया और पास की घाटी में फेंक दिया। सबूत मिटाने के लिए उसने महिला के सामान को अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया गया था। हालांकि वह पकड़ा गया।