देश में हर दिन ऑनलाइन धोखाधड़ी से जुड़े कई मामले सामने आते हैं। ऐसे में साइबर क्राइम की शिकायत ने गृह मंत्रालय ने एक हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी कर रखा था। हालांकि, अब इस नंबर को बदल दिया है और इसकी जानकारी गृह मंत्रालय के ट्विटर हैंडल साइबर दोस्त ने दी है।
गृह मंत्रालय के ट्विटर हैंडल साइबर दोस्त ने बताया है कि अब ऑनलाइन धोखाधड़ी, साइबर ठगी से जुड़े मामलों की शिकायत दर्ज कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करना होगा। वहीं, दिल्ली पुलिस ने भी ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़े मामलों की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 1900 जारी किया है।
आज के समय में साइबर ठग नए-नए हथकंडे अपनाकर लोगों को चपत लगा रहे हैं। ऐसे में जहां साइबर क्राइम से जुड़े मामलों के लिए सरकार और दिल्ली पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, वहीं साइबर क्राइम की वेबसाइट http://www.cybercrime.gov.in पर भी अपनी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
बता दें कि धोखाधड़ी से जुड़े अधिकतर मामलों में देखा गया है कि, साइबर अपराधी खुद को किसी कंपनी का सर्विस प्रोवाइडर बताते हैं या फिर बैंक के कर्मचारी बनकर बात करते हैं। हालांकि, सरकार समय-समय पर लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर सतर्क करते रहते हैं। वहीं, बैंक भी कई बार एडवायजरी जारी कर बताता रहता है कि वह कभी भी किसी ग्राहक से उसके बैंक खातों से जुड़ी गोपनीय जानकारियां नहीं मांगता है।
आजकल लोग अधिकतर लोग सोशल मीडिया पर गुजारते हैं, इसलिए साइबर अपराधी भी इन्हीं प्लेटफ़ॉर्म का सहारा लेते हैं। यह जालसाज, लोगों को सोशल मीडिया साइट्स पर तरह-तरह के गिफ्ट कूपन और डिस्काउंट का लालच देकर फंसाते हैं। फिर जैसे ही कोई व्यक्ति इनके झांसे में आता है, यह ठग उसे चपत लगा देते हैं।
अक्सर लोग सोशल मीडिया पर बंपर डिस्काउंट, लॉटरी या फिर इनामी विज्ञापनों के झांसे में आ जाते हैं। इसलिए साइबर एक्सपर्ट्स भी कहते हैं कि यदि आप डिस्काउंट देखकर शॉपिंग कर भी रहे हैं तो पहले सुनिश्चित कर लें कि वेबसाइट का इस्तेमाल सुरक्षित है या नहीं। साथ ही कहा जाता है कि यदि आप शॉपिंग कर रहे हैं तो सामान मंगवाते समय कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन चुने ताकि आपकी बैंक और कार्ड डिटेल साइबर अपराधियों के हाथ न लग सके।