Madhya Pradesh Honey-Trap Case: मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हनी ट्रैप कांड के चलते सियासी और प्रशासनिक गलियारों में तूफान मचा हुआ है। प्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर से जुड़े इस सनसनीखेज मामले में अब पता चला है कि लिपस्टिक और चश्मों में खुफिया कैमरे (Spy Cameras) लगाए जाते थे। इन्हीं कैमरों के जरिये इस जाल में फंसने वालों के वीडियो शूट किए जाते थे।
इंदौर नगर निगम के कर्मचारी ने की थी शिकायतः रविवार (29 सितंबर) को पुलिस ने यह अहम खुलासा किया। 18-19 सितंबर को इंदौर-भोपाल में कथित तौर पर हनी-ट्रैप रैकेट चलाने वाले एक शख्स और पांच महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस पूरे कांड का खुलासा तब हुआ जब इंदौर नगर निगम के एक इंजीनियर ने पुलिस को बताया कि उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है और एक आपत्तिजनक वीडियो दिखाकर उससे 3 करोड़ रुपए मांगे जा रहे हैं।
ये हैं हनीट्रैप कांड के आरोपीः पुलिस ने आरोपियों की पहचान आरती दयाल (29), मोनिका यादव (18), श्वेता विजय जैन (39), श्वेता स्वपनिल जैन (48), बरखा सोनी (34) और ओमप्रकाश कोरी (45) के रूप में की थी। इंदौर एसएसपी रूचि वर्धन मिश्रा ने मीडिया से कहा कि आरोपियों के पास से खुफिया कैमरे जब्त किए गए हैं।
बातचीत को तैयार नहीं अधिकारीः बता दें कि मिश्रा और इंदौर क्राइम ब्रांच एसएसपी अमरेंद्र सिंह दोनों ही एसआईटी के हिस्से हैं, लेकिन न्यूज-18 के मुताबिक दोनों ने फोन पर बातचीत नहीं की। इस हाईप्रोफाइल रैकेट के पास से जब्त वीडियोज में कई दिग्गज हस्तियों को आपत्तिजनक हालत में देखा गया, वहीं कई ने दावा किया वीडियो में एडिटिंग (मॉर्फिंग) के जरिये उन्हें फंसाया जा रहा है।

