Nikki Murder Case: ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड ने सबको झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने मामले में आरोपी पति, सास-ससुर और जेठ को गिरफ्तार कर लिया है। साक्ष्य भी इकट्ठा कर लिए गए हैं। आगे की कार्रवाई जारी है। इस बीच रोजाना मामले से जुड़े नए-नए अपडेट सामने आ रहे हैं। अब इस बात का खुलासा हुआ है कि आखिर एक ही घर में दोनों बेटियों की शादी क्यों की गई थी।
‘शादी के बाद सिर्फ दुख ही मिला’
आजतक की रिपोर्ट के अनुसार निक्की के पिता भिखारी सिंह ने बताया कि उन्होंने एक ही घर में दो बेटियों की शादी इसलिए की थी कि उन्होंने सोचा था कि दोनों बहनें साथ रहेंगी तो खुश रहेंगी। उन्होंने बताया विपिन भी दो भाई ही था और हमारी भी दो ही बेटियां थीं। परिवार छोटा था, इसलिए हमने शादी कराने का फैसला किया। हालांकि, उन्हें शादी के बाद सिर्फ दुख ही मिला।
भिखारी सिंह के एक-एक शब्द से दर्द छलक रहे थे। उन्होंने कहा कि हमने बेटियों को बेहतरीन जिंदगी देने की कोशिश की। एक किसान होने के बावजूद हमेशा कोशिश की कि उन्हें कभी कोई तकलीफ ना हो। उन्हें डीपीएस में पढ़ाया। हर सुविधा दी। कभी बस में लटकने नहीं दिया, कार से हर जगह भेजा। शादी भी यही सोचकर की थी कि बच्चियां खुशी से रहेंगी, पर यह सब हो गया।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, निक्की के पिता ने कहा कि उनका परिवार प्रशासन के काम से संतुष्ट है और उन्हें अदालत से न्याय मिलने की भी उम्मीद है। उन्होंने बताया कि बीजेपी सांसद महेश शर्मा सोमवार को उनके परिवार से मिलने आए थे और उन्हें न्याय का आश्वासन दिया था।
सिंह ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके (आरोपी परिवार) घर पर बुलडोजर चलाने की मांग करता हूं। मैंने अपनी बेटी खो दी है। वह वापस नहीं आएगी, लेकिन ऐसे दरिंदों को नष्ट कर देना चाहिए। जिस घर में मेरी बेटी को जलाया गया, उसे नष्ट कर देना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि निक्की एक पार्लर चलाती थी, लेकिन उसके ससुराल वाले उसे परेशान करते थे और पैसे की मांग करते थे।
सिंह ने एएनआई को बताया, “उन्होंने उसे पार्लर का साइनबोर्ड भी नहीं लगाने दिया… मैंने पार्लर के लिए ₹1.5 लाख दिए थे।” इससे पहले, उन्होंने कहा था कि “सामुदायिक परंपरा” और “सामाजिक मानदंडों” के कारण, उन्होंने अपनी बेटी की शादी के समय दहेज देने पर सहमति जताई थी। उन्होंने निक्की की सास दया भाटी को “पूरी घटना की मास्टरमाइंड” भी बताया।
बता दें कि निक्की और उसकी बहन कंचन की शादी 2016 में भाटी परिवार में हुई थी। हालांकि, यह शादी वर्षों तक दुर्व्यवहार और दहेज उत्पीड़न सहने के कारण यातना में बदल गई। निक्की के परिवार के अनुसार, दहेज की मांग को लेकर होने वाले दुर्व्यवहार के कारण वह पहले भी कई बार घर वापस आ चुकी थी। लेकिन हर बार उसे यह वादा करके वापस बुला लिया जाता था कि ऐसी हरकतें दोबारा नहीं होंगी।
निक्की के पति विपिन भाटी और उसके परिवार ने सिंह परिवार से दहेज के रूप में शानदार चीजें और लग्जरी कारें मांगीं। उन्होंने एक स्कॉर्पियो एसयूवी, एक रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल, सोना और नकदी भी मांगी। हत्या वाले दिन, निक्की ने अपना ब्यूटी पार्लर फिर से खोलने की मांग की थी।
हालांकि, जब विपिन ने यह कहते हुए मना कर दिया कि पार्लर चलाना और इंस्टाग्राम पर रील पोस्ट करना मना है, तो निक्की ने कहा कि उसे और उसकी बहन को पार्लर फिर से खोलने से कोई नहीं रोक सकता। इसके बाद बहस मारपीट में बदल गई और आखिरकार विपिन ने निक्की को आग लगा दी। 28 वर्षीय निक्की ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
