Ghaziabad Doctar News In Hindi: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बीते दिनों एक डॉ. अरविंद वत्स अकेला ने पुलिस के पास शिकायत दी थी कि उन्हें एक फोन नंबर से सिर तन से जुदा की धमकी दी गई थी लेकिन अब इस मामले में गाजियाबाद की सिहानी गेट पुलिस ने पोल खोल दी है। पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि डॉ. अरविंद ने सस्ती लोकप्रियता के चक्कर में अपने ही मरीज के कॉल को धमकी वाला नंबर बताकर केस दर्ज कराया था।
सिहानीगेट थाने में दर्ज कराया था मामला
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि सिहानी गेट के रहने वाले डॉ. अरविंद वत्स अकेला द्वारा 2 सितंबर को व्हाट्सएप पर ‘सिर तन से जुदा की धमकी‘ के मामले में थाना सिहानीगेट में मुकदमा दर्ज कराया गया था। उन्होंने दावा किया था कि कॉल करने वाले ने कहा कि “हिंदू संगठन के लिए काम करना बंद कर दो, वरना हाल बुरा होगा।” हालांकि, अब इस मामले में साइबर सेल, एसओजी एसपी सिटी एवं थाना सिहानी गेट पुलिस ने खुलासा करते हुए जानकारी साझा की है।
डॉक्टर चलाते हैं निजी क्लीनिक
इस मामले में गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी सिहानीगेट को टीमें गठित करने का निर्देश दिया था। इस मामले में जांच कर रही टीम को पता चला कि डॉ. अरविंद वत्स अकेला का लोहिया नगर थाना सिहानीगेट में निजी क्लीनिक है। डॉ. अकेला जिस फोन नंबर को धमकी वाला नंबर बता रहे थे, वह शख्स उनका पुराना मरीज था और दोनों एक-दूसरे को अच्छे से जानते थे।
मरीज को ही बता दिया आरोपी
इस घटना में डॉ.अकेला ने अनीश कुमार को आरोपी बताया था। अस्थमा रोग से पीड़ित अनीश कुमार ने डॉक्टर के पास इलाज करा रहा था। बीते 2 सितंबर को अनीश कुमार ने पैरो में सूजन एवं सांस लेने में दिक्कत होने के कारण डॉ. अरविंद वत्स अकेला से वर्चुअल नंबर से बातचीत की थी और पैरों की फोटो डॉ. अरविंद वत्स अकेला के व्हाट्सएप पर भेजे थे।
फेमस होने के चक्कर में बनाई थी कहानी
पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले में कथित आरोपी अनीश कुमार द्वारा डॉ. अरविंद वत्स अकेला को किसी प्रकार की भी धमकी नही दी गई है। डॉ. अरविंद ने सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए अपने ही मरीज पर केस दर्ज करा दिया गया था। पुलिस ने बताया है कि अब इस मामले में फर्जी केस दर्ज कराने और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले डॉ. अरविंद वत्स अकेला के खिलाफ कानूनी कार्यवाही किए जाने की तैयारी है।