उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां गैंगरेप की एक पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि 3 लोगों ने उसके साथ 7 दिन तक गैंगरेप किया था। वहीं, पुलिस उसे 30 दिन से लगातार टरका रही थी, जिसके चलते उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया। पीड़ित परिवार ने 3 दिन पहले बरेली एडीजी से मामले की शिकायत की थी, जिसके बाद केस दर्ज हुआ था।

यह है मामला: जानकारी के मुताबिक, दातागंज कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली एक विवाहित 15 मई को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बदायूं शहर आई थी। बताया जा रहा है कि लौटते वक्त वह बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रही थी। उस दौरान उसकी मुलाकात 3 लोगों से हुई, जिनमें से एक को विवाहिता जानती थी। जानकार युवक ने महिला को बताया कि उसके पति की तबीयत काफी खराब है। ऐसे में महिला घबरा गई और उनके साथ दिल्ली जाने के लिए तैयार हो गई।

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अचानक लापता हो गई महिला: महिला के परिजनों ने बताया कि जब वह शाम तक घर नहीं पहुंची तो उसकी तलाश की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला। करीब 7 दिन बाद महिला ने अपने पिता को फोन किया और घटना की जानकारी दी। महिला ने बताया कि जानकार युवक अपने 2 साथियों के साथ मिलकर उसे दिल्ली ले गया, जहां उन तीनों ने 7 दिन तक उसके साथ गैंगरेप किया। इसके बाद महिला के पिता दिल्ली पहुंचे और बेटी को घर ले आए।

3 दिन पहले दर्ज हुआ केस: इस मामले की शिकायत दर्ज कराने के लिए पीड़ित युवती और उसके परिजन लगातार थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 3 दिन पहले उन्होंने बरेली एडीजी से मुलाकात की, जिसके बाद दातागंज कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज किया। इस मामले में एसएसपी ने इंस्पेक्टर दातागंज को लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं, तीनों आरोपियों की तलाश के लिए टीम बनाई गई है।

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परेशान होकर दे दी जान: पीड़िता के पिता ने बताया कि घटना के बाद उनकी बेटी काफी परेशान दी। इसके चलते उसने सुसाइड कर लिया। उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा, ‘‘मैं अपने पति से बहुत प्यार करती हूं। मेरे साथ 3 लोगों ने गैंगरेप किया। मैंने दातागंज कोतवाली के चक्कर काटे, लेकिन पुलिस ने मुझे न्याय नहीं दिया। उन्होंने मेरी एफआईआर तक नहीं लिखी। मैं रोज-रोज बयान देकर परेशान हो गई हूं। मुझे न्याय केवल एसपी बदायूं ही दे सकते हैं। जब समीर, जोएब और अरबाज को सजा मिलेगी, तभी मुझे सुकून मिलेगा।’’