दिल्ली एक बार फिर दागदार हुई है। पूर्वी दिल्ली मंडावली थाना इलाके में चार साल की एक बच्ची के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है। आरोपी ने उस जगह पर घटना को अंजाम दिया, जहां वह ट्यूशन पढ़ने गई थी। गुस्साए लोगों ने आरोपी के घर के बाहर जमकर हंगामा किया। साथ ही कई वाहनों में तोड़फोड़ की। सूचना पर पुलिस ने भीड़ पर काबू किया और गुस्साए लोगों को शांत कराया। फिलहाल इलाके में तनाव है। बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
पुलिस ने कहा- बच्ची सुरक्षित है, मामले की हो रही है जांच
पूर्वी क्षेत्र के अतिरिक्त आयुक्त सागर सिंह कलसी ने कहा है कि मंडावली थाने में शनिवार को शिकायत मिली थी कि एक बच्ची के साथ बलात्कार किया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में राजनीतिक दलों का भी बयान सामने आने लगा है। कलसी ने कहा है कि बच्ची सुरक्षित है और पुलिस उसके परिजनों के संपर्क में है।
सोशल मीडिया पर वीडियो आने पर लोगों में भड़का गुस्सा
पुलिस अधिकारी का कहना है कि सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर इलाके में अफवाह फैला दी गई कि पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है इसलिए लोग इकट्ठा हो गए। हमें तोड़फोड़ की कुछ घटनाओं के बारे में भी पता चला लेकिन पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई।
बच्ची पड़ोस में ही जाती थी पढ़ने, टीचर का भाई है आरोपी
बच्ची अपने पड़ोस में रहने वाली एक युवती से ट्यूशन पढ़ती है। युवती के साथ उसके भाई भी रहता है। बताया जा रहा है कि बच्ची शनिवार को ट्यूशन पढ़ने गई थी। इस दौरान ट्यूशन पढ़ाने वाली युवती घर पर नहीं थी। अकेला पाकर युवती का भाई बच्ची को कमरे में ले गया। बलात्कार किया। बच्ची रोती हुई घर पहुंची तो मां ने कारण पूछा तो उसने पेट में दर्द का इशारा किया। जब मां ने उसके कपड़े देखे तो उसे शक हुआ। उसने मामले की सूचना पुलिस को दी।
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने चार साल की बच्ची के साथ कथित बलात्कार के मामले पर रविवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर उनसे आरोपी के खिलाफ “तेज और कड़ी कार्रवाई” करने का आग्रह किया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
एलजी को लिखे पत्र में आतिशी ने कहा, ”इतना भयावह अपराध राष्ट्रीय राजधानी पर कलंक है. यह खराब कानून-व्यवस्था की स्थिति का संकेत है…कि दिल्ली में महिलाएं और युवतियां सुरक्षित नहीं हैं।’ महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसक अपराध करने वाले अपराधियों को दिल्ली पुलिस की त्वरित और कड़ी कार्रवाई का कोई डर नहीं है।