आरोप है कि नशे के लिए पैसे न देने पर उसने अपने माता-पिता, बहन व दादी की चाकू घोंप कर हत्या कर दी। हत्या के बाद वह भागने की कोशिश में था लेकिन चचेरे भाई ने उसे पकड़ लिया। तब तक चीख-पुकार सुन पहले से बुलाई गई पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस के मुताबिक, घटना के संबंध में पालम पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज कर कई बिंदुओं से जांच की जा रही है।
जिला पुलिस उपायुक्त मनोज सी का कहना है कि मंगलवार रात करीब 10:30 बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि ऊपर वाली मंजिल में चीखने चिल्लाने की आवाज आ रही है। सूचना के बाद पालम पुलिस मौके पर पहुंची तो इलाके के राजनगर भाग-दो के वारदात वाले उस घर में चारों तरफ खून बिखरा हुआ था और चार लोग लहूलुहान हालत में पड़े हुए थे। बहन का शव उसके कमरे में फर्श पर पड़ा था। दादी का शव कमरे में बिस्तर पर मिला। वहीं माता-पिता का शव शौचालय में मिला। घर के अंदर खून ही खून फैला हुआ था।
मरने वालों में 75 साल की दादी दीवानो देवी, 45 साल के पिता दिनेश, 42 साल की मां दर्शन व 22 साल की बहन उर्वशी शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी केशव कुछ समय पहले नौकरी कर रहा था उसके बाद नौकरी भी छूट गई। उसकी नशे की लत को लेकर लेकर परिवार वालों के साथ उसका झगड़ा होता था, केशव गाली-गलौज करता था। बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले ही उसका उसकी महिला मित्र से भी झगड़ा हुआ था जिसकी वजह से वह ज्यादा नशा कर रहा था।
पुलिस ने हत्या के आरोपी केशव को गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि केशव नशे के लिए परिजनों से पैसे मांग रहा था। घरवालों ने पैसे देने से मना कर दिया तो उसने घरवालों की हत्या की साजिश रची। आरोपी केशव कुछ समय पहले तक नौकरी कर रहा था, लेकिन किन्हीं कारणों से उसकी नौकरी छूट गई। इस बीच कुछ समय पहले ही उसका महिला मित्र से भी अलगाव हो गया था, जिसकी वजह से वह परेशान था। मंगलवार रात को घर के सभी सदस्य जागे हुए थे, जिसके बाद उसने वारदात को अंजाम दिया है।
कुछ दिन पहले ही नशामुक्ति केंद्र से लाए थे घर
आरोपी केशव को अधिक नशा करने के कारण नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। जानकारी के मुताबिक, परिजन हाल ही में उसे नशा मुक्ति केंद्र से लेकर घर आए थे। पड़ोसी और रिश्तेदारों ने बताया कि आरोपी केशव काफी समय से नशा करता था। आए दिन घरवालों से पैसा मांगता था। मंगलवार रात को भी उसने सबसे पहले दादी से पैसे मांगे। दादी ने पैसे नहीं दिए तो उसने दूसरी मंजिल पर चाकू से गोदकर दादी की हत्या कर दी। इसके बाद मां, पिता और सबसे आखिर में छोटी बहन उर्वशी की हत्या की। बताया जा रहा है कि चारों लोगों की हत्या करने के दौरान बीच में केशव घर में रखे गहने और पैसे समेट रहा था।
दादी का काफी दुलारा था केशव
आरोपी केशव को भागते हुए पकड़ने वाले चचेरे भाई के मुताबिक, केशव दादी दीवानो से बहुत प्यार करता था। दोनों में खास लगाव भी था। मंगलवार रात को पैसे नहीं देने पर वह अपनी दादी से इस कदर खफा हुआ कि उसने गला रेत दिया। चचेरे भाई के मुताबिक, केशव के पिता दिनेश और मां दर्शन उसकी नशा करने की आदत से परेशान थे और पैसे देने से साफ मना कर देते थे, इसलिए वह दादी से पैसे मांगता था और दादी भी इनकार कम ही करती थी। दादी और पिता के बाद केशव ने जब मां दर्शन की हत्या की तो शोर सुनकर बहन उर्वशी पहुंच गई। जब उसने मां को खून से लथपथ देखा तो शोर मचाने लगी।