गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के निजी सहायक सहित छह लोगों पर वाघेला के आवास पर एक व्यवसायी से कथित तौर पर मारपीट और जबरन वसूली करने का मामला दर्ज हुआ है। गांधीनगर के पेथापुर पुलिस स्टेशन में वाघेला के पीए भौमिक ठक्कर, जानकर सोलंकी, आईएच सैय्यद, कुरेन अमीन, इक्षित अमीन और रवि चौधरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 (मारपीट), 387 (जबरन वसूली), 389, 342, 504 व 506 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी समूह ने शनिवार शाम करीब साढ़े पांच बजे ग्य्सकोल अलॉयज लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विरल शाह (46) को पेठापुर स्थित “वसंत विहार” बंगले में बुलाया। बता दें कि, वसंत विहार बंगला वाघेला का आधिकारिक निवास है। पुलिस ने कहा कि विरल शाह, अहमदाबाद में सरखेज-गांधीनगर (एसजी) राजमार्ग पर एक स्कोडा शोरूम को लेकर जानकर सोलंकी, कुरेन अमीन और इक्षित अमीन के साथ संपत्ति से संबंधित विवाद में शामिल थे।
विरल शाह ने अपनी शिकायत में कहा “भौमिक ठक्कर ने मुझे स्कोडा शोरूम सौदे से संबंधित सोलंकी और अमीन भाइयों के बीच बैठक के लिए वसंत विहार बंगले में आने के लिए कहा। इस विवाद में कुरेन अमीन ने पूर्व में स्कोडा शोरूम विवाद से जुड़े 26 आरोपियों के खिलाफ सीआईडी क्राइम में पुलिस केस दर्ज कराया था, जिसमें मेरा और सोलंकी का नाम शामिल था।
विरल शाह के मुताबिक इस साल 2 मई को, गुजरात हाई कोर्ट ने मेरा नाम आरोपियों की सूची से हटा दिया था। इस शिकायत में आगे कहा गया है, “शनिवार शाम को आरोपी समूह ने मुझे एक समझौता पत्र दिखाया; जिसमें कहा गया था कि मैं स्कोडा शोरूम सौदे में हुए किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं।” उन्होंने मुझसे समझौते पर हस्ताक्षर करने को कहा और जब मैंने मना किया तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी।
विरल की मानें तो इस घटना के बाद उसे वसंत विहार बंगले के परिसर में बंद कर दिया गया और फिर झूठे बलात्कार का मामला दर्ज करने की धमकी दी। हालांकि, इस बीच वह किसी तरह अपनी कार से परिसर से बाहर निकलने में कामयाब रहा और फिर खुद को जाइडस अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने मामले में जानकारी देते हुए कहा है कि उन्होंने इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।