महाराष्ट्र के नागपुर जिले के कटोल में 53 साल के एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने घटना की जानकारी दी। पुलिस अधिकारी ने सोमवार (26 अगस्त) को बताया कि प्रमोद जाने के आत्महत्या करने के पांच महीने पहले उनके 85 वर्षीय पिता गोपाल भी फसल की ढेर में आग लगाकर उसमें कूद गए थे। उन्होंने बताया कि जाने जिले में जलालखेड़ा तालुका के मदना गांव के रहने वाले थे। जानकारी के मुताबिक किसान ने शनिवार( 24 अगस्त) को फांसी लगाई थी।
बैंक से लिया था लोनः जलालखेड़ा पुलिस थाना के अधिकारी ने बताया, ‘‘परिवार ने हमें बताया कि प्रमोद जाने ने अपनी तीन बेटियों में से एक की पढ़ाई के लिए शैक्षिक ऋण लिया था और उसकी पांच एकड़ खेती की जमीन पर बैंक की देनदारियां भी थीं। उसने अपनी एक बेटी की शादी के लिए भी कर्ज लिया था।’’ वहीं इस साल एक मार्च को प्रमोद के पिता गोपाल अपने घर के पास चने की फसल में आग लगाकर उसमें कूद गए थे। आग में झुलस कर उनकी मौत हो गई। उस समय पुलिस ने कहा था कि बुजुर्ग व्यक्ति अपने स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को लेकर अवसाद में थे।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के आगरा के निबोहरा क्षेत्र में एक गांव में किसान द्वारा कर्ज में डूबे होने पर मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या करने का मामला सामने आया था। जानकारी के मुताबिक किसान रामप्रकाश पर पांच लाख का कर्ज था। उसने कुछ सूदखोरों से भी कर्ज लिया हुआ। बैंक और सूदखोरों का कर्ज न चुकाने के चलते वह मानसिक तनाव से जूझ रहा था। किसान ने खेत में पेड़ से फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली थी।