गाजियाबाद पुलिस ने गुरुवार को एक 27 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। वह नकली IPS अधिकारी बनकर सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने दिल्ली से मास कम्युनिकेशन किया था और वह किसी न्यूज़ चैनल में नौकरी कर रहा था। आरोपी की पहचान अनुज प्रकाश के रूप में हुई है। वह लंबे समय से इस वारदात को अंजाम दे रहा था।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘2016 में, वह वियतनाम गया था और यहां वह रिक्रूटमेंट एजेंसी के साथ काम करता था। 2018 के अंत तक वह वापस भारत आ गया और अगले साल से वह लोगों से नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने लगा। वह खुद को आईपीएस अधिकारी बताता था जिससे लोगों को आराम से उसपर विश्वास भी हो जाता था। इसके बाद वह उनसे पैसे भी लेता था।’
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, 2019 में आरोपी को बेटी के एनुअल फंक्शन में चीफ गेस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया था। यहां तक कि आरोपी ने स्कूल की वाइस-प्रिंसिपल को भी नौकरी दिलवाने के नाम पर ठग लिया। आरोपी ने पीड़िता से 3.9 लाख रुपए लिए थे और सरकारी विभाग में पब्लिक रिलेशन ऑफिसर की नौकरी दिलवाने का वायदा किया था। पुलिस को रिटायर्ड मेज हुड्डा की शिकायत पर सबसे पहले अनुज के बारे में पता चला।
थाईलैंड में नौकरी दिलवाने के नाम पर लिए 40 हजार रुपए: पुलिस ने बताया कि आरोपी ने रिटायर्ड मेजर को सिंगापुर में नौकरी दिलवाने के नाम पर उससे पैसे लिए थे। आरोपी हुड्डा से आईपीएस अधिकारी बनकर मिला था और वीजा बनाने के नाम पर पैसे लिए थे। दूसरी तरफ आरोपी ने गाजियाबाद के रहने वाले सुनील सिंह से भी 40 हजार रुपए लिए थे। आरोपी ने पीड़ित को थाईलैंड में शानदार नौकरी दिलवाने के नाम पर ये पैसे लिए थे।
पुलिस ने शिकायत मिलने के तुरंत बाद आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 406 और 420 के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अनुज के अकाउंट से 1.5 करोड़ रुपए की ट्रांजैक्शन की गई थी। अभी पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।